नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 18 जुलाई को नेल्सन मंडेला के जन्मदिन पर मनाया जाता है। नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के पहले काले राष्ट्रपति थे और उन्होंने अपने जीवन में बेमिसाल संघर्ष किया। 1994 में वह दक्षिण अफ्रीका के पहले काले राष्ट्रपति बने।
इस दिन को नेल्सन मंडेला की अद्वितीय विरासत, जिसमें आजादी और न्याय के लिए संघर्ष शामिल है, को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। मंडेला 27 वर्षों तक जेल में रहे, जो कि रंगभेद शासन को समाप्त करने के लिए की गई उनकी कोशिशों का परिणाम था। उनकी सरकार का मुख्य फोकस पुनर्संयोजन, पिछले जख्मों को भरना और सभी दक्षिण अफ्रीकियों के लिए समानता को बढ़ावा देना था। उनके मजबूत नेतृत्व ने न केवल दक्षिण अफ्रीका को बल्कि पूरे विश्व को बिना उत्पीड़न, गरीबी और असमानता से मुक्त दुनिया की कल्पना करने के लिए प्रेरित किया।
संयुक्त राष्ट्र ने 2009 में 18 जुलाई को 'नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस' के रूप में घोषित किया। इस दिन का उद्देश्य मंडेला के जीवन और कार्य को सम्मानित करना और उनकी शांति और स्वतंत्रता की छवि को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना है। सबसे पहला नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस 18 जुलाई, 2010 को मनाया गया। हर साल कुछ खास थीम के साथ इस दिन को मनाया जाता है, और 2024 के लिए थीम है 'गरीबी और असमानता का मुकाबला करना हमारे हाथों में है।'
नेल्सन मंडेला का जीवन प्रेरणा का स्रोत रहा है। उनका आत्मविश्वास और अखंडता अद्वितीय थी। उन्होंने कहा था, 'यह हमेशा असंभव लगता है, जब तक कि यह हो नहीं जाता।' मंडेला के ये शब्द हमें एहसास दिलाते हैं कि हर चुनौती के पीछे एक संभावना छिपी होती है। शिक्षा पर उन्होंने कहा था, 'शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं।'
नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई, 1918 को ट्रांसकेई, दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। एक साधारण परिवार में जन्मे मंडेला ने शुरुआत से ही पढ़ाई में रुचि दिखाई। देव गृह (Thembu) जनजाति के प्रमुख के बेटे होने के बावजूद, उन्होंने अपनी शिक्षा को जारी रखने का संकल्प लिया और कानून की पढ़ाई की।
1950 के दशक में मंडेला ने अफ्रीका के राष्ट्रीय कांग्रेस (एएनसी) में शामिल होकर रंगभेद के खिलाफ अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने 1948 के रंगभेद नीति के खिलाफ आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार किया गया और 27 वर्ष जेल में बिताए। जेल में रहते हुए, उन्होंने न्याय और समानता के अपने लक्ष्यों को बनाए रखा।
1990 में, उनके रिहा होने के बाद, मंडेला ने दक्षिण अफ्रीका के पहला बहुराष्ट्रीय चुनाव में भाग लिया और 1994 में देश के पहले काले राष्ट्रपति बने। उनकी सरकार ने विभाजन को समाप्त करने और समाजिक न्याय को बढ़ावा देने के कई प्रयास किए। उनके कार्यकाल में कई कानून पारित हुए, जिनका उद्देश्य रंगभेद के जख्मों को भरना और समाजिक समानता को बढ़ावा देना था।
नेल्सन मंडेला की विरासत आज भी दुनिया भर में लोगों को प्रेरित कर रही है। उन्होंने अपने जीवन को मानवाधिकार, स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित किया। मंडेला की मौत 5 दिसंबर, 2013 को 95 वर्ष की आयु में हुई। आज, नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस उनके योगदान और बलिदान को याद करने और एक बेहतर दुनिया के निर्माण के लिए प्रेरित करने का अवसर है।
मंडेला के कई प्रसिद्ध उद्धरण आज भी हमारे जीवन में गूंजते हैं, जैसे कि, 'सच्चे नेता अपने लोगों की भलाई के लिए संघर्ष करते हैं।' यह उद्धरण हमें यह याद दिलाता है कि सच्चा नेतृत्व दूसरों के लिए निरंतर सेवा और संघर्ष में निहित होता है।
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस एक ऐसा मौका है, जब हम उन मूल्यों और सिद्धांतों को जान सकते हैं, जिनके लिए मंडेला ने अपने जीवन को समर्पित किया। यह दिन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम किस प्रकार उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतार सकते हैं और दुनिया को एक बेहतर स्थान बना सकते हैं।
17 टिप्पणि
Harsh Malpani
19 जुलाई, 2024मंडेला ने सिर्फ जेल में बिताए 27 साल नहीं, बल्कि उस जेल से निकलकर भी बदलाव का रास्ता चुना। बदलाव के लिए बदलाव चाहिए, बस गुस्सा नहीं।
Indra Mi'Raj
21 जुलाई, 2024शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है ये बात सच है लेकिन जब शिक्षा के लिए तुम्हारे पास खाना नहीं, बिजली नहीं, नौकरी नहीं तो शिक्षा का क्या होगा। मंडेला ने जो किया वो अद्भुत था पर हमारे यहाँ बच्चे अभी भी भूखे बिना किताब के बैठे हैं।
Paras Chauhan
21 जुलाई, 2024जब तक हम अपने घरों में असमानता को नहीं मानेंगे, तब तक दुनिया के लिए नेल्सन मंडेला के उद्धरण बस एक फोटो बने रहेंगे। आज कल किसी को अलग देखने के लिए बस एक नाम या फोन का नंबर काफी है।
Jinit Parekh
23 जुलाई, 2024हमारे देश में भी तो लोग अपने आप को मंडेला समझते हैं लेकिन जब कोई बोलता है कि तुम्हारे घर में बाहरी लोग नहीं आएंगे तो तुरंत बोल उठते हो ये तो राष्ट्रवाद है। असली मंडेला तो वो है जो जेल से निकलकर भी दुश्मन को गले लगाता है।
Palak Agarwal
24 जुलाई, 2024मंडेला के बारे में पढ़कर लगता है कि अगर हम भी थोड़ा सा भी बदलाव लाएं तो दुनिया बदल सकती है। शायद आज किसी को बेवजह न बोलें, या किसी के लिए दरवाजा खोल दें। छोटी बातें ही बड़े बदलाव लाती हैं।
Yash FC
25 जुलाई, 2024मंडेला की विरासत तो बहुत बड़ी है लेकिन अगर हम उसे बस एक दिन मनाकर छोड़ दें तो वो बस एक टैग बन जाएगी। उनका जीवन हमें बताता है कि बदलाव के लिए जिंदगी भर लड़ना पड़ता है, न कि सिर्फ एक इंस्टाग्राम पोस्ट।
Bhupender Gour
25 जुलाई, 2024मंडेला ने जेल में भी पढ़ाई की और हम फोन चलाते हैं और कहते हैं शिक्षा का महत्व है। बस थोड़ा सा खुद को जिम्मेदार बनाओ और दुनिया बदल जाएगी।
Prabhat Tiwari
26 जुलाई, 2024ये सब बकवास है। दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद तो अमेरिका ने बनाया था। अब ये लोग अपने देश के लिए बाहरी लोगों को ही नेता बना रहे हैं। हमारे यहाँ भी तो बहुत बड़े नेता थे जिन्होंने अपनी जान दी। मंडेला को तो बस वेस्टर्न मीडिया ने बनाया है।
Ankit Gupta7210
26 जुलाई, 2024अगर तुम बस एक दिन मनाकर शांति का दावा कर रहे हो तो तुम उसके बारे में कुछ नहीं जानते। मंडेला ने जब जेल से निकला तो उसने उन लोगों को फांसी देने की बजाय उन्हें बैठाकर बात की। तुम लोग तो बस ट्वीट करते हो और फिर अपने दोस्तों को बदलाव का दोष देते हो।
sandeep anu
26 जुलाई, 2024मंडेला के बारे में सुनकर लगता है कि अगर मैं भी थोड़ा सा सच बोलूं तो दुनिया बदल जाएगी। लेकिन जब तुम बोलते हो तो लोग कहते हैं ये तो बहुत बातें करता है। असली बदलाव तो वो होता है जब तुम चुप रहकर भी अपना रास्ता चुन लो।
Shreya Ghimire
28 जुलाई, 2024मंडेला को दुनिया ने बनाया है क्योंकि उन्होंने जेल में बिताए वर्षों के बाद भी शांति का रास्ता चुना। लेकिन क्या तुम जानते हो कि उनके जीवन के बाद दक्षिण अफ्रीका में अभी भी लाखों लोग भूखे हैं? ये सब बस एक बड़ा नाटक है। उन्होंने कभी वास्तविक समाधान नहीं दिया, बस लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ दिया।
Prasanna Pattankar
28 जुलाई, 2024मंडेला के उद्धरण सुनकर लगता है कि हम सब नेता हैं। लेकिन जब तुम अपने घर में किसी को बुरा बोलते हो तो तुम्हारा ये उद्धरण बस एक बार फोन की स्क्रीन पर दिख जाता है। असली नेता वो होता है जो खुद को बदलता है, न कि बस दुनिया को बदलने का दावा करता है।
Pushpendra Tripathi
30 जुलाई, 2024मंडेला ने जेल में भी अपनी आत्मा को नहीं बेची। लेकिन आज हमारे यहाँ लोग अपनी आत्मा को बेच देते हैं ताकि उन्हें एक नौकरी मिल जाए। अगर तुम अपने आप को बदलने के लिए तैयार नहीं हो रहे तो मंडेला के बारे में बात करने का मतलब क्या है?
sri yadav
31 जुलाई, 2024मंडेला को तो बस एक बड़ा नाम बना दिया गया है। असल में उन्होंने क्या किया? एक नया सरकार बनाई, फिर चुनाव लड़े, और फिर चुप हो गए। आज दक्षिण अफ्रीका में अभी भी जाति का भेदभाव है। ये सब बस एक बड़ी धोखेबाजी है।
mahak bansal
1 अगस्त, 2024मंडेला के बारे में सोचकर लगता है कि अगर हम भी अपने आसपास के छोटे लोगों को सम्मान दें तो वो बदलाव शुरू हो जाएगा। न कि बस एक दिन इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके।
INDRA SOCIAL TECH
2 अगस्त, 2024मंडेला के जीवन का सार यह है कि आप अपने अंदर के डर को जीत सकते हैं और फिर भी दूसरों के लिए खड़े हो सकते हैं। यह एक अद्भुत उदाहरण है।
udit kumawat
4 अगस्त, 2024मंडेला... बस एक नाम है... बहुत सारे लोगों ने ऐसा किया है... अब ये सब बस एक दिन का फेसबुक पोस्ट है... बस...