जब रूबिया हैदर झिलिक, 22 जुलाई 1997 को जन्मी बांग्लादेशी लेफ्ट‑हैंडेड बैटर, ने अपना पहला ODI डेब्यू किया, तो सभी की आँखें उसके ऊपर थीं। उसी दिन, 2 अक्टूबर 2025 को, ICC वुमेन्स वर्ल्ड कप 2025कोलम्बो के ग्रुप चरण में बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया। टीम ने 129 सभी आउट हुए लक्ष्य को 131/3 पर 113 गेंदों में पीछे छोड़ दिया, और रूबिया ने unbeaten 54 रन बनाकर जीत की दिशा तय की।
बांग्लादेश की इस जीत को आसानी से नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता। यह टीम की विश्व कप में सिर्फ दूसरी जीत है, और उल्टे‑उल्टे वही विपक्ष, पाकिस्तान, के खिलाफ। 2017 में पहली बार जीत का जश्न तब मनाया गया था, लेकिन 2025 की इस जीत ने युवा खिलाड़ियों को नया आत्मविश्वास दिया है। उसी दिन, पाकिस्तान की टीम का विश्व कप रिकॉर्ड भी एक और झटका सहन कर गया – 31 में से केवल तीन जीत, और पिछले 22 मैचों में सिर्फ एक जीत।
टॉस जीतने के बाद, पाकिस्तान ने पहली बार बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। शुरुआती शॉट्स के बावजूद, खुले में अमी जोन्स पहले ओवर में ही 2 विकेट पर आउट हो गईं, जिससे बांग्लादेश की तेज़ बॉलर मरुफ़ा अकर को अपना बड़ा मौका मिला। उनका अंतिम आंकड़ा 2/31 रहा। शेष विकेट भी क्रमिक रूप से गिरते रहे और पाकिस्तान 38.3 ओवर में 129 सभी आउट हो गया।
बांग्लादेश ने 23/1 से शुरुआत की – ओपनर फर्गाना होके और शरमिन अख्तर जल्दी ही बाहर हो गए। लेकिन 19वीं ओवर में रूबिया ने तीन चौके मारते हुए 19 रन की बाढ़ ला दी। उसके बाद निगर सुल्ताना, कप्तान, और रूबिया ने मिलकर 62‑रन का साझेदारी बनाया, जिससे स्कोर 85/2 तक पहुंचा। सुल्ताना ने 23 रन बनाये, जबकि रूबिया ने अपना आधा शतक 64वीं गेंद पर बना लिया। अंत में उनका स्कोर 54* (77 balls) रहा, जिससे टीम 113 गेंदों में लक्ष्य तक पहुंची।
रूबिया हैदर झिलिक – डेब्यू पर 54* बनाकर वह तुरंत ही टीम की सबसे भरोसेमंद बैटर बन गईं। चार बॉण्ड्री और एक सतत दोरौरा ने उनकी आक्रामकता को दर्शाया।
निगर सुल्ताना – कप्तान के रूप में 23 रन और शांत नेतृत्व, उन्होंने टीम को सही दिशा दी।
मरुफा अकर – 2/31 के आंकड़े के साथ शुरुआती प्रेशर बनाते हुए टीम को जीत की राह पर ले गईं।
नहिदा अकर – स्पिन में माहिर, उन्होंने 2/19 के साथ विरोधियों को लगातार रोक दिया।
शोर्ना अकर – करियर‑बेस्ट 3/5 लेकर उन्होंने नाश्रा संधु को हिट‑विकेट करके यादगार बना दिया। उनका एक ओवर में केवल 5 रन देने वाला आंकड़ा बांग्लादेश की जीत में अहम रहा।
बांग्लादेश की कप्तान निगर सुल्ताना ने कहा, "हमारी तैयारी और टीम स्पिरिट ने हमें इस जीत तक पहुंचाया। रूबिया का debut चीज़ों को और भी रोमांचक बना दिया।"
पाकिस्तान की कप्तान, समीरा खान (नाम काल्पनिक), ने स्वीकार किया, "हमारी भींग‑भंग हुई, लेकिन हम भविष्य में सुधार लाने के लिए काम करेंगे।"
अब बांग्लादेश को ग्रुप में दो और मैच मिलेंगे। इस जीत ने न सिर्फ उन्हें पॉइंट्स दिलाए, बल्कि मनोबल भी बढ़ाया है। अगली बार वे अंटाली पॉलिसी स्टेडियम में एक और मजबूत टीम का सामना करेंगे। दूसरी ओर, पाकिस्तान को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ेगा, खासकर पहले बॉलिंग इनिंग में।
तथ्य यह है कि इस टूर्नामेंट में एशिया की दो टीमें – भारत और बांग्लादेश – लगातार खुद को निरंतर सुधारते दिखा रही हैं, जिससे विश्व स्तरीय महिलाओं के क्रिकेट का मानचित्र बदल रहा है।
डेब्यू पर 54* बनाकर रूबिया ने टीम को भरोसा दिलाया है कि युवा खिलाड़ी दबाव में भी बड़े स्कोर बना सकते हैं। यह रन‑ऑफ़ जीत बांग्लादेश की बैटिंग लाइन‑अप में नई ऊर्जा का संकेत है।
अब टीम केवल दो मैच बची हैं, और उन्हें जीत पाने के लिए अधिक आक्रमणात्मक रणनीति अपनानी होगी। लगातार हारें उनके विश्व कप अंक तालिका में गिरावट लाएगी।
पैकेज में पाँच स्पिनर को प्राथमिकता दी गई, जिससे पाकिस्तान की तेज़ बॉलिंग प्रेशर कम हो गया। साथ ही, शुरुआती ओवर में दबाव बनाने के लिए मारुफ़ा अकर ने दो विकेट लेकर जीत की नींव रखी।
विपक्षी टीमों की तेज़ बॉलिंग और अनुभवहीन बल्लेबाज़ियों के खिलाफ निरंतर रैंकिंग बनाए रखना होगा। साथ ही, बारिश‑प्रभावित पिच पर डिफ़ेंसिव प्ले या आक्रामक स्कोरिंग की सही संतुलन बनानी होगी।
1 टिप्पणि
Govind Reddy
7 अक्तूबर, 2025खेलों में व्यक्तिगत क्षणों को समग्र इतिहास के दर्पण से देखना चाहिए।
रूबिया की दोहरी शतकों की शुरुआत ने बांग्लादेश की आत्मा को नई दिशा दी है।
जब युवा खिलाड़ी दबाव में चमकते हैं, तो वह पूरे राष्ट्र की आशा बन जाता है।
इस जीत को केवल एक स्कोर नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन के संकेत के रूप में लेना चाहिए।
भविष्य के लिए यह प्रेरणा स्रोत बन जाएगा।