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शाहरुख खान ने अस्पताल से वापस लौटने के बाद आईपीएल फाइनल में किया जलवा, KKR के समर्थन में दिखे

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शाहरुख खान ने अस्पताल से वापस लौटने के बाद आईपीएल फाइनल में किया जलवा, KKR के समर्थन में दिखे

शाहरुख का अस्पताल से लौटकर IPL फाइनल में आगमन

रविवार को चेन्नई के स्टेडियम में खेले गए आईपीएल फाइनल मैच के दौरान शाहरुख खान ने अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) का समर्थन करते हुए जलवा बिखेरा। यह मुकाबला KKR और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के बीच था, और स्टेडियम में दर्शकों का हुजूम उमड़ा हुआ था। खास बात यह रही कि शाहरुख ने मास्क पहन रखा था, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया। उनकी उपस्थिति दर्शकों के बीच चर्चा का मुख्य विषय बन गई।

शाहरुख और उनके परिवार की उपस्थिति

शाहरुख खान के साथ उनकी पत्नी गौरी खान भी टीम की जर्सी पहने हुए नजर आईं, और उनके साथ उनकी बेटी सुहाना खान, बेटे आर्यन खान और अबराम खान भी मौजूद थे। ये सभी मुंबई से सुबह ही चेन्नई के लिए रवाना हुए थे ताकि अपने पिताजी के साथ इस महत्वपूर्ण मैच का आनंद ले सकें। शाहरुख का पूरे परिवार के साथ मैदान में आना टीम के हौसलों को बुलंद करता दिखा।

शाहरुख की स्वास्थ्य स्थिति

कुछ ही दिन पहले शाहरुख खान अहमदाबाद में एक आईपीएल मैच के दौरान डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक के कारण अस्पताल में भर्ती हुए थे। वहां से वे गुरुवार को वापस मुंबई लौटे थे। उनके साथी कलाकार पूजा हेगड़े ने भी उनके स्वास्थ्य को लेकर प्रशंसकों को आश्वस्त किया कि वे ठीक हैं।

शाहरुख की पिछली और आगामी फिल्में

शाहरुख खान ने अपनी आखिरी ऑन-स्क्रीन उपस्थिति फिल्म ‘डंकी’ में दी थी, और जल्द ही उनकी आगामी फिल्म ‘किंग’ का इंतजार प्रशंसक कर रहे हैं। इस फिल्म को लेकर खुब चर्चा है और फिल्म की शूटिंग जल्द ही शुरू होने की अफवाहें भी हैं। उनके प्रशंसकों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है और शाहरुख के वापस फिल्मी दुनिया में सक्रिय होने की खबर ने उनके प्रशंसकों में एक नई ऊर्जा भर दी है।

शाहरुख के समर्थकों का उत्साह

स्टेडियम में शाहरुख के पहुंचते ही KKR के प्रशंसकों में नया जोश देखा गया। सभी ने अपनी टीम का समर्थन करते हुए शाहरुख को देखकर जयकारे लगाए। शाहरुख के मास्क पहनने के बावजूद उनकी ऊर्जा और उत्साह में कोई कमी नहीं थी। मास्क, ब्लैक सनग्लासेस, और टीम की जर्सी में वे काफी स्मार्ट लग रहे थे और उनके बाल भी बड़ी ही सलीके से बंधे हुए थे।

इस मुकाबले में KKR ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, और शाहरुख की मौजूदगी ने निश्चित ही टीम के मनोबल को ऊंचा किया। यह नजारा काफी खास था, खासकर उन प्रशंसकों के लिए जो शाहरुख को वास्तविक रूप में देखने के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे थे।

9 टिप्पणि

Paras Chauhan
Paras Chauhan
28 मई, 2024

शाहरुख की उपस्थिति ने तो बस पूरे स्टेडियम को जीवंत कर दिया 🙌
मास्क पहने होने के बावजूद उनकी ऊर्जा इतनी तेज थी कि लगा जैसे वो बिना किसी डर के मैदान में उतर आए हों।
इस तरह की असली लगन देखकर लगता है कि आईपीएल सिर्फ खेल नहीं, एक भावना है।
उनके परिवार का साथ भी दिल को छू गया - बेटे-बेटी सबने जर्सी पहन रखी थी, ये तो असली फैमिली वैल्यूज हैं।
हेट स्ट्रोक के बाद वापसी भी बहुत बड़ी बात है, शाहरुख ने सिर्फ खेल नहीं, जीवन की लड़ाई भी जी ली।
किसी ने नहीं कहा कि अस्पताल से निकलकर आना आसान है, लेकिन उन्होंने बस अपने दिल की सुनी।
इस लहर को देखकर लगता है कि असली स्टार वो होता है जो बीमार होकर भी लोगों को जोश दे दे।
मैं तो अब शाहरुख के बारे में सिर्फ फिल्मों के बारे में नहीं, बल्कि उनकी हिम्मत के बारे में भी बात करूंगा।
किंग फिल्म का इंतजार तो बस शुरू हुआ है, लेकिन आज का दिन तो अभी भी दिल में बसा है।
कभी-कभी जब दुनिया बहुत ठंडी हो जाए, तो शाहरुख जैसे इंसान याद आ जाते हैं - जो बिना शोर किए भी दिल गर्म कर देते हैं।

Jinit Parekh
Jinit Parekh
29 मई, 2024

अरे भाई, ये सब तो बस प्रचार है। शाहरुख खान को देखकर जो लोग खुश हो रहे हैं, वो अपने दिमाग को बेकार खर्च कर रहे हैं।
आईपीएल का मैच तो क्रिकेटर्स खेल रहे थे, न कि कोई बॉलीवुड स्टार।
हेट स्ट्रोक हुआ तो अस्पताल गया, ठीक है - लेकिन फिर वापस आकर जलवा बिखेरना क्या? इसका कोई अर्थ है? क्या अस्पताल से निकलकर आना किसी असली उपलब्धि है?
हमारे देश में हर चीज को स्टार पावर से जोड़ दिया जाता है। एक बॉलीवुड अभिनेता का आना टीम के लिए कैसे फायदेमंद होगा?
ये तो लोगों को भ्रमित करने का तरीका है।
मैं तो उन लोगों को बधाई देता हूँ जो खेल के बारे में बात कर रहे हैं - न कि उनके दर्शकों के बारे में।
किंग फिल्म का इंतजार? वो भी तो बस एक बात है। अगर फिल्म अच्छी नहीं आई तो फिर क्या होगा?
इतना जोश दिखाने की जरूरत नहीं थी। शाहरुख को अपनी बीमारी पर ध्यान देना चाहिए था, न कि फैंस को खुश करने के लिए बाहर आना।

udit kumawat
udit kumawat
30 मई, 2024

शाहरुख आया, मास्क पहना, जर्सी पहनी, बैठ गया।
क्या फर्क पड़ा?
मैंने तो देखा कि बच्चे उन्हें देखकर चिल्ला रहे थे।
लेकिन मैच तो KKR ने जीता, न कि शाहरुख ने।
ये सब फैंस का बहाना है।
कोई असली बात नहीं है।
बस इतना ही।

Ankit Gupta7210
Ankit Gupta7210
31 मई, 2024

शाहरुख खान के आने को जो लोग इतना बड़ा इवेंट बना रहे हैं वो अपने दिमाग को बेकार घुमा रहे हैं
हमारे देश में हर चीज को बॉलीवुड स्टार के नाम पर बढ़ा देते हैं
अगर शाहरुख नहीं आता तो क्या KKR नहीं जीतता?
मैंने तो देखा कि उनके बेटे भी वहां थे, बस एक फैमिली आउटिंग थी
अगर ये इतना बड़ा इवेंट है तो फिर आईपीएल के फाइनल में क्रिकेटर्स का क्या हुआ?
ये सब तो बस मीडिया का बनाया हुआ नारा है
मैं तो उन लोगों को बधाई देता हूं जो खेल के बारे में बात कर रहे हैं
न कि इस तरह के नाटकों के बारे में
अगर शाहरुख को अस्पताल से निकलकर आना बहुत बड़ी बात है तो फिर देश के लाखों लोगों को जो बीमारी के बाद वापस काम पर आते हैं उनके बारे में क्या कहेंगे?
इस तरह की बातें तो बस लोगों को भ्रमित करती हैं

Drasti Patel
Drasti Patel
1 जून, 2024

शाहरुख खान की उपस्थिति ने आईपीएल के खेल के आध्यात्मिक अर्थ को एक नए स्तर पर ले जाया है।
उनका अस्पताल से लौटना केवल शारीरिक बहाली नहीं, बल्कि एक दार्शनिक विजय है - जहां व्यक्ति अपनी सीमाओं को पार करता है।
उनके मास्क और सनग्लासेस का उपयोग एक आधुनिक रूप से संकेतित विरोध है - जो निजी जीवन की रक्षा के लिए एक निश्चित अंतराल बनाता है।
इसके अलावा, परिवार के साथ आना एक सामाजिक नैतिकता का प्रतीक है - जहां पारिवारिक एकता को राष्ट्रीय उत्सव के साथ जोड़ा जाता है।
यह घटना भारतीय संस्कृति के अंतर्गत व्यक्ति और समूह के बीच के संबंधों की गहराई को उजागर करती है।
किंग फिल्म के लिए इसका अर्थ यह है कि शाहरुख खान ने अपने व्यक्तित्व को एक अनन्य नाटकीय रूप में अभिव्यक्त किया है - जो बॉलीवुड के इतिहास में एक नया अध्याय लिखता है।
इस प्रकार, यह घटना एक सांस्कृतिक आंदोलन का प्रतीक है - जहां व्यक्ति की उपस्थिति समाज के समूह बोध को जागृत करती है।
इसलिए, इस घटना को एक साधारण फैंसी आनंद के रूप में नहीं, बल्कि एक दार्शनिक और सामाजिक घटना के रूप में देखना चाहिए।

Shraddha Dalal
Shraddha Dalal
1 जून, 2024

शाहरुख की उपस्थिति को बस एक फैंसी गेस्ट अपीयरेंस के रूप में नहीं देखना चाहिए।
ये एक सांस्कृतिक रिमाइंडर है कि खेल और सिनेमा भारतीय जीवन के दो अलग-अलग तारे नहीं, बल्कि एक ही जीवन के दो पहलू हैं।
उनके परिवार का साथ - गौरी, सुहाना, आर्यन, अबराम - ये सब एक फैमिली नेटवर्क का प्रतीक है, जो आधुनिक भारत की नवीनतम रूपरेखा है।
मास्क और सनग्लासेस का इस्तेमाल भी एक विशेष संकेत है - ये उनकी व्यक्तिगत सीमा की रक्षा करता है, जबकि वे अपने राष्ट्रीय भाव को बाहर लाते हैं।
हीट स्ट्रोक के बाद वापसी एक दुर्लभ दृश्य है - एक इंसान जो अपने शरीर की सीमाओं को जानता है, लेकिन अपने जीवन के अर्थ को नहीं छोड़ता।
इस तरह की ऊर्जा को बॉलीवुड के अलावा कहीं नहीं मिलता - ये एक अनूठी भारतीय अद्वितीयता है।
किंग फिल्म का इंतजार अब बस एक फिल्म का नहीं, बल्कि एक अनुभव का है - जिसमें शाहरुख ने अपने जीवन के अनुभवों को नाटकीय रूप देने की कोशिश की है।
यह सिर्फ एक फैंसी मूवमेंट नहीं, बल्कि एक अर्थपूर्ण नाटक है - जिसमें शाहरुख खुद अभिनेता और अभिनेत्री दोनों हैं।

mahak bansal
mahak bansal
3 जून, 2024

शाहरुख के आने से टीम का मनोबल बढ़ा - ये बात स्पष्ट है
लेकिन उनकी बीमारी के बारे में जो बातें हुईं, वो बहुत गंभीर थीं
मैं उनके स्वास्थ्य के लिए चिंतित हूं
उनके लिए ये जलवा बिखेरना अच्छा लगा, लेकिन अगली बार थोड़ा धीरे चलना चाहिए
हेट स्ट्रोक के बाद फिर से इतना बाहर आना जोखिम भरा है
उनके परिवार का साथ बहुत अच्छा लगा - बेटे-बेटी भी टीम के साथ थे
लेकिन अगर वो थोड़ा और आराम कर लेते तो बेहतर होता
हम उनकी फिल्में देखते हैं, लेकिन उनका स्वास्थ्य भी देखना चाहिए
उनके लिए बस एक बात - धीरे चलो, अभी बहुत जल्दी नहीं है

Jasvir Singh
Jasvir Singh
4 जून, 2024

शाहरुख आया तो लगा जैसे दिल में एक बूंद बरस गई
मास्क पहने हुए भी उनकी आंखों में वो चमक थी जो बस उनकी होती है
परिवार के साथ आना दिल को छू गया
हेट स्ट्रोक के बाद वापस आना - ये कोई छोटी बात नहीं
मैंने तो देखा कि उनके बाल भी साफ सुथरे थे, जर्सी भी पहनी थी
ये तो बस एक अभिनेता नहीं, एक इंसान है जिसने अपने दिल की सुनी
अगर ये आईपीएल के लिए नहीं, तो अपने बच्चों के लिए आया होगा
और वो बच्चे भी उनके साथ थे - ये तो सबसे बड़ी बात है
किंग फिल्म का इंतजार अब और भी बढ़ गया है
लेकिन अब तो शाहरुख के लिए बस एक बात - धीरे चलो, अभी ठीक हो जाओ

Yash FC
Yash FC
4 जून, 2024

शाहरुख का आना एक राष्ट्रीय अनुभव बन गया
उनके मास्क में छिपा था एक अनजाना बल - जो बिना शोर किए भी सबको जोश दे रहा था
उनके परिवार का साथ ने ये बताया कि असली ताकत घर में होती है
हेट स्ट्रोक के बाद वापसी - ये एक अद्भुत निर्णय था
मैं नहीं जानता कि वो कितना थका होगा, लेकिन उनकी आंखों में वो चमक थी जो किसी भी फिल्म से ज्यादा असली है
ये आईपीएल का मैच नहीं, ये एक जीवन का उत्सव था
अगर किंग फिल्म इतनी ही भावनाओं से भरी होगी, तो ये बस एक फिल्म नहीं, एक यादगार अनुभव बन जाएगी
हम सब उनके लिए बस एक बात चाहते हैं - अपना ध्यान अपने स्वास्थ्य पर रखो
हम आपकी फिल्में देखेंगे, लेकिन आपका स्वास्थ्य हमारे लिए ज्यादा मायने रखता है

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