चंद्रबाबू नायडू का मुख्यमंत्री पद की शपथ
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के वरिष्ठ नेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 12 जून को फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। यह शपथ ग्रहण समारोह शाम 4:55 बजे आयोजित किया जाएगा। इस बात की जानकारी TDP प्रमुख के रघु राम कृष्ण राजू ने दी। चंद्रबाबू नायडू ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया था और अब एक बार फिर उन्हें आंध्र प्रदेश की बागडोर संभालते देखने के लिए जनता उत्साहित है।
नरेंद्र मोदी की तारीफ
शपथ ग्रहण की घोषणा के दौरान, चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने मोदी को 'सही समय पर सही नेता' करार दिया और उनके नेतृत्व को भारत के लिए महत्वपूर्ण बताया। नायडू ने कहा कि मोदी का 'सबका साथ, सबका विकास' और 'विकसित भारत' का दृष्टिकोण देश को गरीबी मुक्त बनाने में सहायक साबित हो सकता है।
चंद्रबाबू नायडू ने मोदी की दृष्टि की तुलना आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव की मानवतावादी आदर्शों से की। उन्होंने कहा कि मोदी की नीति और रामाराव की विचारधारा में कई समानताएँ हैं, जो सभी के विकास को प्राथमिकता देती हैं।
नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना
नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। यह शपथ ग्रहण समारोह 9 जून को आयोजित किया जाएगा। मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से एनडीए गठबंधन मजबूत हो जाएगा और TDP ने भी इस गठबंधन को समर्थन देने की घोषणा की है। महत्वपूर्ण बात यह है कि TDP ने मोदी के मंत्रिमंडल में किसी विशेष मंत्रालय की माँग नहीं की है, जो उनकी नीति और दृष्टिकोण की प्राथमिकता को दर्शाता है।
चंद्रबाबू नायडू की वापसी का महत्व
चंद्रबाबू नायडू की आंध्र प्रदेश की राजनीति में वापसी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनके पिछले कार्यकाल में उन्होंने राज्य में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत की थी, जिसने राज्य की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद की। नायडू के नेतृत्व में राज्य ने आईटी और तकनीक के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति की थी।
चंद्रबाबू नायडू की वापसी से आंध्र प्रदेश की जनता को विकास की नई उम्मीदें हैं। उन्होंने हमेशा राज्य की जरूरतों को प्राथमिकता दी है और विकास कार्यों में तेजी लाने का वादा किया है। उनकी नीतियों और योजनाओं को फिर से लागू करने से राज्य को और अधिक मजबूत और सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।
सार
12 जून को चंद्रबाबू नायडू का फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना एक महत्वपूर्ण घटना होगी। नरेंद्र मोदी की प्रशंसा और उनके दृष्टिकोण का समर्थन करने से नायडू ने गठबंधन संबंधों को मजबूत किया है। आंध्र प्रदेश की जनता को नायडू की वापसी से एक नई आशा और विकास की उम्मीद है।
5 टिप्पणि
Palak Agarwal
9 जून, 2024अच्छा हुआ कि चंद्रबाबू वापस आ गए। इनके समय में विकास का असली मतलब समझा जाता था। अब तो सिर्फ नारे चलते हैं।
Prabhat Tiwari
10 जून, 2024मोदी की तारीफ करने वाला चंद्रबाबू? ये सब बातें बस चुनावी गेम हैं। असल में TDP ने भी अपने लिए कुछ माँगा होता तो बेहतर होता। ये सब धोखा है। अब तक के विकास के नाम पर जो लाखों करोड़ गए, उनका क्या हुआ? कोई पूछता ही नहीं।
Paras Chauhan
11 जून, 2024चंद्रबाबू की वापसी एक नए युग की शुरुआत हो सकती है। 🌱 मोदी के साथ साझा दृष्टिकोण सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि एक विकास की विचारधारा है। रामाराव की मानवतावादी विरासत और मोदी के आधुनिक दृष्टिकोण का मिश्रण... ये तो असली भारत की कहानी है। 🙏
Jinit Parekh
12 जून, 2024अरे ये सब बातें बस दिखावा है! चंद्रबाबू ने पहले भी कितनी बार वापसी की, फिर क्या हुआ? अब मोदी के साथ जुड़ने की जरूरत क्यों? अपने राज्य को अपने तरीके से चलाना चाहिए था। ये लोग तो हर बार अखिल भारतीय राजनीति के लिए अपना राज्य बेच देते हैं।
udit kumawat
12 जून, 2024वापसी हुई, शपथ हुई, तारीफ हुई, फिर क्या? कोई नई योजना? कोई नया विकास? नहीं। सिर्फ बातें। बस बातें। बस बातें।