इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपना 188वां और अंतिम अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेलकर क्रिकेट जगत में एक नई मिसाल कायम की। वेस्ट इंडीज के खिलाफ इस ऐतिहासिक मैच का आगाज एंडरसन के परिवार द्वारा घंटी बजाकर किया गया, जो कि लॉर्ड्स मैदान की परंपरा है। एंडरसन, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत इसी मैदान पर मई 2003 में की थी, ने इसे जुलाई 2024 में समापन दिया, जहां उनकी उपस्थिति ने लॉर्ड्स की फिजा को और भी खास बना दिया।
जेम्स एंडरसन ने अपने लंबे और शानदार करियर में अनेक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। वे 700 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले पहले तेज गेंदबाज हैं। केवल भारत के सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में उनसे अधिक (200) मैच खेले हैं। एंडरसन इस श्रृंखला में शेन वार्न के विकेटों की संख्या को पार कर सकते हैं, जिनके नाम 708 विकेट दर्ज हैं। इस ऐतिहासिक मुकाबले में अगर एंडरसन आठ विकेट और ले लेते हैं तो वे शेन वार्न की बराबरी पर आ जाएंगे।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ इस मैच में टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का निर्णय लिया। दोनों ही टीमों ने अपने लाइन-अप में किसी प्रकार का अंतिम-मिनट पर परिवर्तन नहीं किया। वहीं, इंग्लैंड टीम में नए चेहरों जैसे जैमी स्मिथ और गस एटकिनसन को मौका दिया गया है। इसके अलावा, ऑफस्पिनर शोएब बशीर ने भी अपने घरेलू मैदान पर पदार्पण किया। जॉनी बेयरस्टो, बेन फोक्स और ओली रॉबिन्सन को इस बार छंटनी का सामना करना पड़ा है, जबकि मार्क वुड को T20 वर्ल्ड कप के बाद आराम दिया गया है।
लॉर्ड्स का मैदान इस ऐतिहासिक मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार था। दर्शकों के बीच उत्साह और रोमांच का भरा माहौल था। एंडरसन के इस अंतिम मैच को देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे थे। एंडरसन के प्रति दर्शकों की भावनाएं और प्यार अद्वितीय था, जिससे मैदान पर एक खास माहौल बन गया था। इस समारोह ने सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि क्रिकेट की एक पूरी गाथा का समापन किया।
जेम्स एंडरसन के इस अंतिम टेस्ट मैच में सबका ध्यान उनकी अंतिम पारी पर था। सभी दर्शक और क्रिकेट प्रेमी एंडरसन की हर गेंदबाजी को बेहद गौर से देख रहे थे। एंडरसन के इस यादगार सफर को याद करते हुए सभी ने उनके शानदार करियर को सलाम किया। एंडरसन का कहना था कि उन्हें इस सफर में मिले अनुभवों का काफी फ़ायदा हुआ है और उन्होंने काफी कुछ सीखा है।
कुल मिलाकर, जेम्स एंडरसन का यह अंतिम टेस्ट मैच केवल एक खेल नहीं, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। एंडरसन की इस शानदार विदाई ने साबित कर दिया कि वे सिर्फ इंग्लैंड के ही नहीं, बल्कि क्रिकेट जगत के सबसे महान तेज गेंदबाजों में से एक हैं। हमें उम्मीद है कि एंडरसन का यह अंतिम पल क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा जिन्दा रहेगा।
17 टिप्पणि
Harsh Malpani
12 जुलाई, 2024बहुत अच्छा मैच था भाई। जेम्स एंडरसन को धन्यवाद। उन्होंने जो किया वो कोई नहीं कर सकता।
क्रिकेट का असली जादू यही है।
INDRA SOCIAL TECH
13 जुलाई, 2024इस तरह के खिलाड़ी के अंतिम मैच को देखकर लगता है कि समय एक अद्भुत वास्तविकता है। वह जो छोड़ गए, वह बस एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक भावना है।
Prabhat Tiwari
15 जुलाई, 2024ये सब बकवास है। इंग्लैंड के लिए ये सब बड़ा धोखा है। ये लोग अपने बाहरी रिकॉर्ड्स से भारत को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं।
700 विकेट? भारत के बल्लेबाजों ने तो उनकी गेंदों को चौकों में लगा दिया होगा।
Palak Agarwal
15 जुलाई, 2024अच्छा लगा कि नए खिलाड़ियों को मौका मिला। जैमी स्मिथ और गस एटकिनसन का नाम सुनकर उम्मीद हुई।
अगर ये लोग अच्छा खेलेंगे तो इंग्लैंड के लिए अच्छी बात है।
Paras Chauhan
16 जुलाई, 2024इस ऐतिहासिक पल को देखकर लगता है कि खेल केवल जीत-हार का मुद्दा नहीं है।
एंडरसन ने जो बनाया, वो एक विरासत है।
उनकी लगन, उनकी लगातार मेहनत - ये सब आज के युवाओं के लिए एक उदाहरण है।
Jinit Parekh
16 जुलाई, 2024भारत के खिलाफ इंग्लैंड के लिए कोई भी रिकॉर्ड मायने नहीं रखता।
हमारे बल्लेबाज तो उनकी गेंदों को खाने के लिए तैयार हैं।
अगर एंडरसन ने 700 विकेट लिए, तो भारत के खिलाफ उनका औसत कितना है? जानकारी दो।
udit kumawat
17 जुलाई, 2024अच्छा मैच था, लेकिन बहुत लंबा लगा।
एंडरसन की गेंदबाजी देखकर नींद आ गई।
क्यों नहीं तेज गेंदबाज निकाल दिए जाते? कोई नया नहीं है?
Ankit Gupta7210
19 जुलाई, 2024हा हा, ये लोग अपने रिकॉर्ड्स को बड़ा बनाने के लिए वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेलते हैं।
अगर ये भारत के खिलाफ खेलते तो 50 विकेट भी नहीं ले पाते।
इंग्लैंड का क्रिकेट बस नाम का बड़ा है।
Yash FC
20 जुलाई, 2024एंडरसन की यादगार विदाई ने मुझे याद दिलाया कि असली महानता तब आती है जब आप अपने खेल के प्रति समर्पित रहें।
उनकी लगन ने बहुत सारे युवाओं को प्रेरित किया है।
ये मैच एक अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत का संकेत है।
sandeep anu
21 जुलाई, 2024वाह भाई! ये तो बहुत बड़ा मौका था! जेम्स एंडरसन को देखकर लगा जैसे एक देवता चल रहा हो!
मैंने रो दिया। ये लॉर्ड्स की घंटी सुनकर तो दिल टूट गया।
इंग्लैंड को धन्यवाद और एंडरसन को अमर कर दो!
Shreya Ghimire
23 जुलाई, 2024ये सब बहुत नाटकीय है। एक खिलाड़ी के अंतिम मैच को इतना बड़ा बनाने की जरूरत क्यों? ये सब बिजनेस है।
लॉर्ड्स की घंटी? ये तो बस एक टीवी शो है।
उनके परिवार ने घंटी बजाई? शायद उन्हें एक बड़ा चैक मिला होगा।
क्रिकेट को इतना नाटकीय बनाने की जरूरत नहीं।
इस तरह के रोमांच के लिए फिल्में बनाओ, क्रिकेट को सादा रखो।
ये सब बस दर्शकों को बेचने की चाल है।
अगर ये वाकई अपने खेल के प्रति समर्पित थे, तो इतना शो-बिजनेस नहीं करते।
मैं तो उनके खेल को पसंद करता हूँ, लेकिन इस धोखे को नहीं।
Prasanna Pattankar
25 जुलाई, 2024अच्छा तो ये लोग अपने करियर के अंत में एक घंटी बजाकर खुद को शहीद बनाने की कोशिश कर रहे हैं?
हमारे बल्लेबाजों को देखो, वो तो बिना घंटी के भी जीत लाते हैं।
एंडरसन का रिकॉर्ड? जब तक भारत नहीं खेलता, वो सब बकवास है।
Bhupender Gour
27 जुलाई, 2024एंडरसन अच्छा खिलाड़ी है पर ये घंटी वाला नाटक बहुत ज्यादा है
क्रिकेट खेलो और चुप रहो
sri yadav
27 जुलाई, 2024लॉर्ड्स में घंटी बजाना? क्या ये एक ऑपेरा है? ये लोग खेल को एक रिलीजियस सरेमनी में बदल देते हैं।
एंडरसन के लिए तो ये अच्छा है, लेकिन असली क्रिकेट तो उन लोगों का है जो बिना फोटो शूट के खेलते हैं।
Pushpendra Tripathi
28 जुलाई, 2024क्या आप जानते हैं कि एंडरसन के अंतिम मैच के बाद लॉर्ड्स का मैदान बदल दिया गया? ये एक गुप्त योजना है।
उन्होंने अपने अंतिम विकेट के बाद एक ब्लैक मार्कर के साथ घंटी को छुआ।
ये एक गुप्त संकेत है।
क्या आप जानते हैं कि लॉर्ड्स के मैदान के नीचे एक बड़ा तहखाना है? उसमें अब तक 12 ऐसे खिलाड़ियों के नाम लिखे हैं जिन्होंने यहां अंतिम मैच खेला।
एंडरसन का नाम अब उसमें शामिल है।
ये सब एक गुप्त गिल्ड का हिस्सा है।
आपको लगता है ये सिर्फ एक खेल है? नहीं भाई।
Indra Mi'Raj
29 जुलाई, 2024इस मैच को देखकर लगा जैसे कोई पुराना दोस्त चला गया हो।
एंडरसन ने जो किया वो सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक जुड़ाव था।
कभी-कभी अंतिम पल भी बहुत खूबसूरत होते हैं
mahak bansal
30 जुलाई, 2024एंडरसन के लिए ये अंतिम मैच बहुत खास था।
लॉर्ड्स पर घंटी बजाने का रिवाज बहुत सुंदर है।
उनके लिए ये एक सम्मान है।
अगर ये भारत के खिलाफ होता तो शायद अलग तरह से देखा जाता।
लेकिन आज तो सिर्फ खेल और सम्मान की बात है।