एशिया कप 2025 का शेड्यूल और 22 सितंबर का ब्रेक
संयुक्त अरब अमीरात में 9 से 28 सितंबर तक आयोजित एशिया कप 2025 ने अपने प्रशंसकों को पहले ही एक सुनियोजित कैलेंडर दिखा दिया है। कुल आठ टीमें दो समूहों में बँटी हैं: समूह‑ए में भारत, पाकिस्तान, यूएई और ओमान, जबकि समूह‑बी में बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान और हांगकांग शामिल हैं। समूह चरण के बाद टॉप दो टॉप टीमें सुपर‑फोर में पहुँचती हैं, जहाँ फिर से एक‑एक मैच खेला जाता है।
शेड्यूल के मुताबिक 21 सितंबर को दुबई में समूह‑ए की पहली क्वालिफ़ायर मैच 8 बजे IST शुरू होगी। इसके बाद 22 सितंबर को बिल्कुल कोई मैच नहीं होगा; यह दिन सुपर‑फोर चरण के बीच में एक आधिकारिक विश्राम‑दिवस के रूप में निर्धारित किया गया है। टी20 अंतरराष्ट्रीय की तेज़ गति वाली प्रतिस्पर्धा में ऐसे ब्रेक खिलाड़ियों को शारीरिक और मानसिक रूप से रिचार्ज करने का मौका देते हैं।
विराम का असर – खिलाड़ियों और फैंस के लिए क्या मायने रखता है?
एशिया कप जैसा बड़े मंच पर खेलते समय खिलाड़ी लगातार दो‑तीन मैचों के बाद थक सकते हैं। विशेषकर टॉप टीमों को तेज़ पिच, बदलती हवाओं और उच्च दबाव का सामना करना पड़ता है। इस कारण एसीसी ने सोचा‑समझा ब्रेक रखा है, ताकि बॉलर्स अपनी गति बनाए रख सकें, बैट्समैन फॉर्म में रहें और फील्डिंग यूनिट को भी पुनर्विचार करने का समय मिले।
फैंस के लिए भी यह खाली दिन मिश्रित भावनाएँ लाता है। कई लोग लाइव स्ट्रीम या स्टेडियम में उपस्थित होकर देखने की योजना बना रहे थे, पर 22 सितंबर को कोई खेल नहीं होने से वे घर पर आराम कर सकते हैं या सोशल मीडिया पर टीमों की रणनीतियों पर चर्चा कर सकते हैं। टेलीविज़न चैनल भी इस दिन रीकैप, हाइलाइट्स और विश्लेषकों के साथ विशेष प्री‑मैच शो पेश करेंगे, जिससे दर्शक अगले मैच की तैयारी कर सकें।
23 सितंबर को दुबई में फिर से एक दिलचस्प टकराव होगा, जहाँ समूह‑ए की दूसरी क्वालिफ़ायर टीम समूह‑बी की पहली क्वालिफ़ायर टीम के खिलाफ खेलेगी। इस मैच की टाइमिंग भी 8 बजे IST तय है, जिससे दर्शकों को शाम के समय में क्रिकेट का आनंद मिलेगा। अंत में फाइनल से एक दिन पहले 27 सितंबर को दूसरा विश्राम‑दिवस रखा गया है, ताकि दोनों फाइनलिस्ट अपने शॉट्स को अंतिम बार परख सकें।
संक्षेप में, एशिया कप 2025 का शेड्यूल टीमों की आवश्यकताओं और दर्शकों की उम्मीदों को संतुलित करने की कोशिश है। विश्राम‑दिवस सिर्फ आराम नहीं, बल्कि पूरी प्रतियोगिता को उच्च स्तर पर बनाए रखने की रणनीति है। इस बात से साफ़ है कि एसीसी ने खिलाड़ी कल्याण को प्राथमिकता दी है, जबकि फैंस को भी रिचार्ज करने का मौका मिल रहा है।
16 टिप्पणि
INDRA SOCIAL TECH
26 सितंबर, 2025ये ब्रेक बहुत समझदारी से डिज़ाइन किया गया है। खिलाड़ी इतनी तेज़ गति से खेल रहे होते हैं कि एक दिन का आराम न सिर्फ शरीर के लिए बल्कि मन के लिए भी ज़रूरी है। अगर ये नहीं होता तो टूर्नामेंट के आखिरी दिनों में चोटें बढ़ जातीं।
Prabhat Tiwari
28 सितंबर, 2025ये ब्रेक बस एक धोखा है। असल में ये दिन टीवी चैनल्स के लिए एड्स का दिन है। अमेरिका और यूएई के लोग इस दिन खेल नहीं देख रहे होते तो ये ब्रेक क्यों डाला गया? ये सब बिज़नेस है और खिलाड़ियों का कल्याण बस झूठा बहाना है।
Palak Agarwal
29 सितंबर, 2025अच्छा विचार है। लोगों को भी थोड़ा आराम चाहिए। मैं तो हर दिन मैच देख रहा हूँ, इसलिए एक दिन ब्रेक तो बहुत अच्छा लगा। शायद अगली बार एक दिन के लिए फैंस के लिए फैन डे भी डाल दें?
Paras Chauhan
30 सितंबर, 2025यह एक बहुत ही विचारशील निर्णय है। खेल की गति बढ़ने के साथ ही मानवीय आवश्यकताओं को भी समझना ज़रूरी है। यह ब्रेक न केवल शारीरिक लेकिन मानसिक थकान को भी कम करता है। यह टूर्नामेंट के लिए एक नया मानक बन सकता है।
Jinit Parekh
2 अक्तूबर, 2025इतना बड़ा टूर्नामेंट और एक दिन ब्रेक? भारत के खिलाफ मैच के बाद ब्रेक डालने का मतलब ये है कि दूसरी टीमें बहुत डर रही हैं। हमारे खिलाड़ी तो हर दिन लगातार खेलते हैं और जीतते हैं। ये ब्रेक बस दुर्बलता का निशान है।
udit kumawat
2 अक्तूबर, 2025ये ब्रेक... बेकार है... बस एक दिन बर्बाद कर दिया... जिस दिन मैच होता तो मैं घर पर बैठकर बियर पीता... अब क्या करूँ? टीवी चलाऊँ? बोर हो गया...
Ankit Gupta7210
3 अक्तूबर, 2025अगर ये ब्रेक असल में खिलाड़ियों के लिए है तो फिर भारत के खिलाफ मैच के बाद नहीं बल्कि पाकिस्तान के बाद डाला जाना चाहिए था। ये तो साफ़ दिख रहा है कि ये ब्रेक बस एक नियम बनाने के लिए है।
Yash FC
4 अक्तूबर, 2025इस ब्रेक का मतलब ये नहीं कि खिलाड़ी थक गए हैं, बल्कि ये दर्शकों के लिए भी एक अवसर है कि वो टीमों की रणनीति को समझ सकें। जब तक हम सिर्फ खेल देखते रहेंगे, तब तक हम खेल को नहीं समझ पाएंगे।
sandeep anu
5 अक्तूबर, 2025अरे भाई! ये ब्रेक तो बहुत बढ़िया है! अब मैं अपने बच्चों के साथ घर पर बैठकर उन्हें एशिया कप के इतिहास के बारे में बता सकता हूँ! ये दिन हमारे लिए एक नया परंपरा बन जाएगा!
Shreya Ghimire
6 अक्तूबर, 2025ये ब्रेक एक बड़ा षड्यंत्र है। एसीसी ने जानबूझकर ये दिन चुना है क्योंकि ये दिन भारत के खिलाफ पाकिस्तान के मैच के बाद आता है और इस दिन लोग अपने देश के खिलाफ बातें करने लगते हैं। इसलिए वो इस दिन को खाली रख रहे हैं। ये एक नियंत्रण की रणनीति है।
Prasanna Pattankar
8 अक्तूबर, 2025अरे बस करो यार... एक दिन ब्रेक? तुम्हारी टीम को तो एक घंटे का ब्रेक भी नहीं चाहिए... तुम तो बस अपने खिलाड़ियों को बचाना चाहते हो... अगर तुम्हारा खिलाड़ी एक दिन के लिए थक गया तो वो खिलाड़ी नहीं, बस एक दर्शक है...
Bhupender Gour
9 अक्तूबर, 2025ब्रेक तो अच्छा है लेकिन अगर एक दिन खाली है तो फिर टीवी चैनल्स को भी ब्रेक दे दो... ये सब लोग बस एड्स के लिए तैयार हैं... खेल तो खेल है ना...
sri yadav
10 अक्तूबर, 2025ये ब्रेक तो बहुत असामान्य है। मैं तो उम्मीद कर रही थी कि इस दिन किसी ऐसे खिलाड़ी को सम्मानित किया जाए जिसने टीम को एक दिन के लिए भी नहीं छोड़ा। ये ब्रेक तो बस एक अनुशासन की कमी का परिणाम है।
Pushpendra Tripathi
11 अक्तूबर, 2025ये ब्रेक बिल्कुल गलत है। ये टीमों को अपने दबाव से बचने का मौका दे रहा है। अगर भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होता तो क्या ये ब्रेक होता? नहीं। ये तो सिर्फ दुर्बल टीमों के लिए है।
Indra Mi'Raj
13 अक्तूबर, 2025मुझे लगता है ये ब्रेक बहुत ज़रूरी है। मैं अपनी माँ के साथ घर पर बैठी थी और इस दिन उसके साथ बातें कर सकी। खेल तो बहुत अच्छा है लेकिन इंसानी रिश्ते भी तो ज़रूरी हैं।
Harsh Malpani
13 अक्तूबर, 2025ब्रेक तो बहुत अच्छा है... मैं तो इस दिन अपना गाना लिख रहा था... अब तो मैं एक नया गाना बना चुका हूँ... नाम है '22 सितंबर का शांति गीत'... अगर कोई चाहे तो भेज दूं...