प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में तीसरी बार विजयी होने के बाद मंगलवार, 18 जून को अपने चुनाव क्षेत्र वाराणसी का दौरा किया। इस जीत पर वाराणसी की जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए, मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वाराणसी के लोगों ने उन्हें फिर से सांसद और देश का प्रधानमंत्री चुनकर कृतज्ञ किया है। मोदी ने वाराणसी की जनता को विश्वास दिलाया कि वे उनके सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।
अपने दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री ने पीएम-किसान योजना की 17वीं किस्त जारी की। इस योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, जिससे कृषि क्षेत्र सुदृढ़ हो सके। 9.26 करोड़ से अधिक किसानों को इस किस्त के माध्यम से 20,000 करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा। मोदी ने किसानों को इस योजना के तहत मिलने वाली सहायता के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि यह योजना किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में सहायक होगी।
प्रधानमंत्री ने भारतीय लोकतंत्र की महानता का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बार के चुनाव में 31 करोड़ से अधिक महिला मतदाताओं ने हिस्सा लिया। यह संख्या दुनिया में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था की ताकत को दिखाता है और यह कि हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली से हर वर्ग को अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने का अवसर मिलता है।
मोदी ने अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार का मुख्य फोकस किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों के सशक्तिकरण पर है। इन चारों समूहों को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने कई योजनाएँ और नीतियाँ लागू की हैं। मोदी ने कहा कि ये समूह भारत के विकसित राष्ट्र बनने की मजबूत नींव हैं और सरकार इन्हें हर संभव समर्थन देने के लिए तत्पर है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कृषि के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है और यह देश को वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक होगा। उन्होंने भारतीय खाद्य उत्पादों को विश्व के हर रसोई घर में देखने की अपनी आकांक्षा व्यक्त की। यह योजना किसानों की आय को बढ़ाएगी और भारतीय कृषि उत्पादों की मांग को बढ़ाएगी।
अपने संबोधन के अंत में, प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा भारतीय जनता की भलाई के लिए काम किया है और आगे भी करेंगे। उन्होंने वाराणसी के लोगों को विश्वास दिलाया कि वे उनकी उम्मीदों और सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। वाराणसी की जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भारत को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
6 टिप्पणि
INDRA SOCIAL TECH
19 जून, 2024इस योजना का असली असर तब दिखेगा जब किसानों को बाजार में न्यायसंगत कीमत मिले। बस पैसा डाल देना काफी नहीं, बाजार की संरचना भी बदलनी होगी।
Prabhat Tiwari
19 जून, 2024ये सब बकवास है! पीएम-किसान योजना तो सिर्फ चुनावी नाटक है! जब तक रेलवे और अर्थव्यवस्था के बजट में कटौती नहीं होगी, तब तक किसानों की आय बढ़ेगी? ये सब फेक न्यूज है! अमेरिका और चीन भारत के खेतों पर हावी हैं और ये सरकार बस फोटो खींच रही है!
Palak Agarwal
20 जून, 2024किसानों को पैसा मिल रहा है, ये अच्छी बात है। लेकिन अगर उनके बीज, खाद और पानी की कीमतें भी कम हो जाएं तो असली फायदा होगा।
Paras Chauhan
22 जून, 2024ये योजना वाकई में एक बड़ा कदम है। 9.26 करोड़ किसानों तक पहुँचना एक अद्भुत तकनीकी और प्रशासनिक उपलब्धि है। अगर इसके साथ डिजिटल बाजार, स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर और एग्री-टेक समाधान जुड़ जाएं, तो भारत की कृषि अगली दशक में वैश्विक नेता बन सकती है। 🌾
Jinit Parekh
23 जून, 2024महिला मतदाताओं की भागीदारी देखकर गर्व होता है! ये सिर्फ चुनाव नहीं, ये राष्ट्रीय जागृति है। जिस देश में महिलाएँ अपना अधिकार लेती हैं, वह देश कभी नहीं गिरता। और हाँ, PM-KISAN सिर्फ पैसा नहीं, ये सम्मान है।
udit kumawat
24 जून, 2024बस इतना ही? किसानों को बस 6000 रुपये? बिजली का बिल, डीजल, बीज, खाद... इन सबके बाद बचता क्या है? ये सब बस नज़रों का धोखा है।