Premier Energies, भारत की अग्रणी सौर सेल और मॉड्यूल निर्माता कंपनी है, जिसने हाल ही में शेयर बाजार में धूम मचाई है। सोमवार, 9 सितंबर 2024 को, कंपनी का बाजार पूंजीकरण 52,155 करोड़ रुपये तक पहुँच गया, जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। इसका कारण यह है कि इस तारीख को कंपनी के शेयर की कीमत 9% बढ़कर 1,190.35 रुपये के नए रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुँच गई। 1:57 PM तक, बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर कंपनी का शेयर 6% बढ़कर 1,157 रुपये पर ट्रेड हो रहा था।
Premier Energies का शेयर 3 सितंबर 2024 को 991 रुपये पर BSE पर सूचीबद्ध हुआ था, जो कि 450 रुपये प्रति शेयर के इशू प्राइस से 120.22% प्रीमियम था। इसके बाद, पिछले चार ट्रेडिंग दिनों में कंपनी के शेयरों में 42% की वृद्धि हुई है और इशू प्राइस से अब तक 165% की उछाल दर्ज की गई है।
Premier Energies की उत्पादन क्षमता भी बेहतरीन है। यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत सौर सेल और मॉड्यूल निर्माता कंपनी है। कंपनी की वार्षिक उत्पादन क्षमता 2 GW सौर सेल और 4.13 GW सौर मॉड्यूल्स की है। वे सौर ऊर्जा सेवाओं का संपूर्ण समाधान प्रदान करते हैं, जिसमें ग्राउंड-माउंटेड, रूफटॉप, फ्लोटिंग, कैनाल बैंक, कैनाल टॉप, और हाइब्रिड पावर जनरेशन सिस्टम शामिल हैं। साथ ही, कंपनी ऑपरेशन्स और मेंटेनेंस (O&M) सेवाएँ भी प्रदान करती है।
5 सितंबर 2024 को, Premier Energies ने उत्तर प्रदेश कृषि विभाग से 8,085 सौर जल पंपिंग सिस्टम की आपूर्ति, स्थापना और चालू करने का ऑर्डर प्राप्त किया। यह ऑर्डर 215 करोड़ रुपये का है और इसे मार्च 2025 तक पूरा किया जाना है। यह परियोजना पीएम-कुसुम योजना के कंपोनेंट-बी के तहत आती है।
भारत में सौर उर्जा क्षेत्र का भविष्य अत्यधिक उज्ज्वल दिखाई दे रहा है। शहरीकरण, औद्योगिकीकरण और सरकार की पहल जैसे ‘मेक इन इंडिया’, पीएलआई और आत्मनिर्भर भारत अभियान के चलते अगले दो से तीन वर्षों में देश की वार्षिक सौर क्षमता में वृद्धी होने की उम्मीद है। सौर उर्जा आने वाले वर्षों में हाइड्रोपावर, प्राकृतिक गैस और कोयले को पछाड़ कर प्रमुख विद्युत स्रोत बनने की संभावना है। यह विकास न केवल ऊर्जा क्षेत्र में योगदान देगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा।
इस प्रकार, Premier Energies का शेयर बाजार में शानदार प्रदर्शन न केवल निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है, बल्कि सौर उर्जा में हो रहे विकास को भी दर्शाता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे आने वाले समय में कंपनी कैसे और किस तरह से अपनी योजनाओं को अंजाम देती है और देश की उर्जा जरूरतों को पूरा करने में अपना योगदान देती है।
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