भारतीय क्रिकेट के प्रमुख तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने लगभग एक साल बाद क्रिकेट के मैदान पर वापसी की है। वे रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए खेलने जा रहे हैं, जहां उनका मुकाबला मध्य प्रदेश के खिलाफ होगा। यह मैच 13 नवंबर, 2024 से शुरू होने जा रहा है। पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के बाद यह उनका पहला प्रतिस्पर्धी मैच होगा।
शमी को उनकी एड़ी की चोट और उसके बाद सर्जरी के कारण काफी समय तक खेल से बाहर रहना पड़ा। हालांकि, अब वे पूरी तरह से फिट नजर आ रहे हैं और मैदान पर अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा कि शमी ने नेट्स में पूरी ऊर्जा के साथ गेंदबाजी की है और अब उन्हें मैदान पर देखने का समय आ गया है।
भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने भी शमी की वापसी को लेकर आशंकाएं जताई हैं। वे किसी भी "अंडरकुक्ड" खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया ले जाने से बचना चाहते थे। हालांकि, शमी हमेशा मानते थे कि टीम में जुड़ने से पहले दो घरेलू मैच खेलना बेहतर होता है। इसके अलावा, रणजी ट्रॉफी के सत्र को दो हिस्सों में बांटा गया है, जिससे शमी एक ही रेड-बॉल मैच खेल सकते हैं।
मोहम्मद शमी की फिटनेस पर लगातार नजर रखी जा रही है। फिजियो नितिन पटेल उनका विशेष ध्यान रख रहे हैं और वे शमी के हर कदम पर नजर बनाए हुए हैं। शमी इस मैच के जरिए अपनी फिटनेस की पुष्टि करना चाहते हैं। अगर वे इसमें सफल होते हैं, तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में उन्हें शामिल किया जा सकता है।
भारतीय टीम इस समय तेज गेंदबाजों की कमी से जूझ रही है। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी गेंदबाज टीम में हैं, लेकिन बाकी गेंदबाजों में अनुभव की कमी है। ऐसे में शमी की वापसी भारतीय टीम के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है। टीम में फिलहाल युवाओं में आकाश दीप, हर्षित राणा, और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे नाम शामिल हैं। वहीं, रिजर्व खिलाड़ियों में मुकुंद कुमार, नवीन सैनी और खलील अहमद जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया है।
खिलाड़ी | अनुभव (मैच) | वर्तमान स्थिति |
---|---|---|
मोहम्मद शमी | 77 टेस्ट | वापसी पर |
जसप्रीत बुमराह | 27 टेस्ट | टीम में शामिल |
मोहम्मद सिराज | 18 टेस्ट | टीम में शामिल |
हर किसी की नजर इस मैच पर होगी क्योंकि यह न केवल शमी के करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी अहम साबित हो सकता है। यदि शमी सफलता प्राप्त करते हैं, तो यह निश्चित रूप से भारतीय टीम की ताकत में इजाफा करेगा। उनके अनुभव और कौशल का लाभ टीम को अवश्य मिलेगा।
शमी के इस मैच में प्रदर्शन को देखते हुए, चयनकर्ताओं पर भी दबाव बढ़ेगा कि वे शमी को टीम में शामिल करने पर विचार करें। उनके अनुभव और प्रदर्शन का आंकलन करने के बाद भारतीय टीम अपनी स्थिति को और अधिक मज़बूत कर सकती है।
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