जब भारत ने अहमदाबाद के मैदान पर वेस्ट इंडीज़ को 350 रन से हराकर ICC के वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2025-2027 में अपनी बढ़त दोहरी कर ली, तो सभी की नज़रें टेस्ट बोर्ड पर ही टिकी रही। 4 अक्टूबर 2025 को समाप्त इस मैचे में भारत ने कुल 40 अंक जमा कर ली, जिससे वह तालिका के शीर्ष पर बना रहा, जबकि वेस्ट इंडीज़ को शून्य अंक मिलना पड़ा। इस जीत ने न सिर्फ भारतीय टीम को आत्मविश्वास से भर दिया, बल्कि शीर्ष दो स्थान की लड़ाई को और रोचक बना दिया, जहाँ लंदन के लॉर्ड्स में जून 2027 में फाइनल तय होगा।
वर्तमान में भारत ने छह श्रृंखलाओं में से तीन जीती हैं, दो हारें झेली हैं और एक ड्रॉ रहा है। उनका अंक प्रतिशत 66.7% है, जो सबसे अधिक है। ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक केवल तीन श्रृंखलाएं खेली हैं, पर सभी जीत कर 36 अंक 100% जीत प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है। इंग्लैंड तीसरे स्थान पर है, 5 श्रृंखलाओं में 2 जीत, 2 हार और 1 ड्रॉ के साथ 26 अंक रखता है। श्रीलंका और बांग्लादेश क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर हैं, जबकि वेस्ट इंडीज़ तालिका की नीचेबारी में शून्य अंक के साथ छपे हुए हैं। न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका अभी तक मैदान नहीं जमे हैं, इसलिए उनकी स्थिति अभी प्रतिबिंबित नहीं हुई।
मैच के बाद रोहित शर्मा ने कहा, “यह जीत हमारी तैयारी और निरंतरता का परिणाम है। हम यह दिखाना चाहते थे कि हमारे पास बड़े मैचों को नियंत्रित करने की क्षमता है।” उन्होंने यह भी जोड़ते हुए कहा कि “अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारी चुनौतियों को देखते हुए हमें अभी और मेहनत करनी होगी।”
वेस्ट इंडीज़ के कैप्टेन कैरोन पॉल ने निराशा जताते हुए कहा, “हमें अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ेगा। आज का परिणाम हमें फिर से उठने के लिए प्रेरित करेगा।”
ऑस्ट्रेलिया के कोच मार्क एंडरसन ने बताया, “वर्तमान में टीम का फॉर्म शानदार है, लेकिन हमें भारत के खिलाफ फलना-फूलना है। हमें अपनी गेंदबाज़ी में विविधता लानी होगी।”
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में अंक‑प्रणाली में जीत पर 12 अंक, ड्रॉ पर 4 अंक, टाई पर 6 अंक और हार पर शून्य अंक मिलते हैं। अब तक के आँकड़े दिखाते हैं कि जीत के लिए अधिकतम points प्राप्त करना जरूरी है, लेकिन ओवर‑रेट के कारण दंड भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई टीम निर्धारित ओवर में नहीं पहुँच पाती, तो उन्हें प्रत्येक OVR‑shortfall पर 1 अंक की कटौती झेलनी पड़ती है। इसीलिए कई टीमें अब रेट‑अप में भी तेज़ी लाने के लिए स्प्रिंट ड्रिल्स कर रही हैं।
आगे आने वाले महीनों में भारत को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और श्रीलंका के खिलाफ महत्वपूर्ण श्रृंखलाओं का सामना करना पड़ेगा। अगर भारत अपने वर्तमान प्रदर्शन को बनाए रखे, तो वह शीर्ष दो में कायम रह सकता है और लॉर्ड्स में फाइनल के लिए स्वीकृति पाता है। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया का 100% जीत प्रतिशत अब भी जोखिम में है, क्योंकि उन्हें कम से कम दो और श्रृंखलाएँ जीतनी होंगी। इंग्लैंड को भी असंगत रूप से खेलना पड़ रहा है; यदि वे अपनी बैटिंग को स्थिर नहीं कर पाए, तो शीर्ष दो में जगह खो सकते हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2025‑2027 का पहला मैच 17 जून 2025 को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच हुआ था। यह चौथा संस्करण है, जिसमें कुल 27 श्रृंखलाएँ और 71 टेस्ट मैच शामिल हैं। पिछले संस्करण में भारत ने 2023‑2025 में फाइनल तक पहुँचा था, जिससे इस बार का लक्ष्य फाइनल में दोबारियों जगह पक्की करना रहा। इस चक्र में भारत ने अब तक तीन श्रृंखलाओं में जीत दर्ज की, जो उनकी निरंतरता और टीम संतुलन का परिचायक है।
मैच जीत के बाद भारत का ICC टेस्ट रैंकिंग में वर्तमान में 3 रैंक बढ़कर दूसरा स्थान प्राप्त कर लेगा, क्योंकि जीत के लिए 12 अंक मिलने से उनका कुल अंक‑प्रति‑प्रतिशत बढ़ेगा। यह स्थिति उन्हें फाइनल क्वालिफ़िकेशन के एक कदम और करीब ले जाएगी।
वेस्ट इंडीज़ को अपनी बैटिंग लाइन‑अप में स्थिरता लाने की जरूरत है। कोचिंग स्टाफ ने बताया है कि वे अगली श्रृंखला में स्पिन बॉलर्स को अधिक उपयोग करेंगे और बाउंसर‑फ्लैटलाइन पर काम करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया को अब इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला जीतनी होगी, क्योंकि इंग्लैंड के पास अभी भी फाइनल पहुँचने की संभावनाएँ हैं। इस श्रृंखला में उनके तेज़ बॉलर को विविधता दिखानी होगी।
फाइनल 15‑21 जून 2027 को लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा। शीर्ष दो टीमों को इस प्रतिष्ठित मैदान पर मुकाबला करने का मौका मिलेगा।
भारत की मजबूत टॉप ऑर्डर, तेज़ रन‑रेट एवं प्रभावी स्पिनिंग ने वेस्ट इंडीज़ की गेंदबाज़ी को दबी रखा। साथ ही, फील्डिंग में कई प्रमुख कैच और डरी हुई ओवर‑रेट ने टीम को अतिरिक्त अंक दिलाने में मदद की।
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