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वायनाड में भूस्खलन: मरणों की संख्या 50 के पार, राहुल गांधी ने केंद्र से मांगी तत्काल सहायता

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वायनाड में भूस्खलन: मरणों की संख्या 50 के पार, राहुल गांधी ने केंद्र से मांगी तत्काल सहायता

वायनाड में भयंकर भूस्खलन, मरणों की संख्या 50 के पार

केरल स्थित वायनाड जिले में भूस्खलन की भयावह घटना ने अब तक 50 से अधिक लोगों की जान ले ली है। यह भूस्खलन 28 जुलाई, 2024 को शुरू हुआ और अब तक कई लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। भूस्खलन के कारण जिले में भारी हानि पहुँची है और अनेक परिवार बेघर हो गए हैं।

राहुल गांधी की केंद्र सरकार से अपील

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जो वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने केंद्र सरकार से तात्कालिक सहायता की अपील की है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि वे जल्द से जल्द आवश्यक सहायता और राहत सामग्रियों को उपलब्ध कराएं। राहुल गांधी ने इस संकट को 'गंभीर मानवीय आपदा' करार दिया है और केंद्र को तत्काल कदम उठाने के लिए कहा है।

बचाव कार्य और कठिनाइयाँ

वायनाड जिला प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं, लेकिन भारी वर्षा और कठिन पहाड़ी क्षेत्र इन प्रयासों में बाधा डाल रहे हैं। भारतीय वायु सेना (IAF) भी बचाव अभियान में शामिल हो गई है और हेलीकॉप्टरों के माध्यम से फंसे हुए लोगों को निकालने और राहत सामग्री पहुँचाने का काम कर रही है।

राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए ₹10 लाख की आर्थिक मदद का एलान किया है। वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थिति का आकलन किया।

स्थिति की गंभीरता

स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। जिले में भारी वर्षा के कारण और अधिक भूस्खलनों की संभावना बनी हुई है, जिससे राहत कार्य और मुश्किल हो सकते हैं। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, सैकड़ों घर नष्ट हो चुके हैं और बहुत से घर गिरने के कगार पर हैं। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के प्रयास कर रहा है।

केंद्र सरकार की मदद की आवश्यकता

इस समय वायनाड में राहत कार्यों के लिए केंद्र सरकार की तात्कालिक मदद अत्यंत आवश्यक है। स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार की सहायता के प्रयास जारी हैं, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय सहायता की आवश्यकता बढ़ गई है। भारी वर्षा, कठिनाई पैदा करने वाला भूभाग और फंसे हुए लोगों की बड़ी संख्या सभी मिलकर एक जटिल स्थिति उत्पन्न कर रही है।

जिले में बड़े पैमाने पर बचाव और राहत कार्य जारी हैं। लेकिन समस्याओं की गंभीरता को देखते हुए यह स्पष्ट है कि केंद्र सरकार की तात्कालिक सहायता से ही इस मानवीय आपदा का समाधान हो सकता है। वायनाड के लोग निरंतर मदद के इंतजार में हैं और यह उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्र सरकार जल्द ही प्रभावी कदम उठाएगी।

इस दुर्भाग्यपूर्ण समय में सबकी नजरें राहत और बचाव कार्यों पर टिकी हुई हैं। उम्मीद है कि सरकार की तात्कालिक मदद से यहां की जनता को राहत मिलेगी और स्थिति को जल्द से जल्द नियंत्रित किया जा सकेगा।

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