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भारत ने स्क्रिप्ट किया इतिहास, शतरंज ओलंपियाड 2024 में जीता दुर्लभ डबल गोल्ड

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भारत ने स्क्रिप्ट किया इतिहास, शतरंज ओलंपियाड 2024 में जीता दुर्लभ डबल गोल्ड

भारत का ऐतिहासिक विजय

भारत ने रविवार को एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। भारतीय पुरुष और महिला दोनों टीमों ने 45वें शतरंज ओलंपियाड में अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराकर पहली बार स्वर्ण पदक जीते। पुरुषों की टीम ने स्लोवेनिया को हराया जबकि महिलाओं की टीम ने अज़रबैजान को 3.5-0.5 से पराजित किया। इस जीत के साथ ही भारत ने शतरंज ओलंपियाड में पहली बार डबल गोल्ड जीता है।

पुरुषों की टीम की शानदार प्रदर्शन

पुरुषों की टीम ने स्लोवेनिया के खिलाफ शानदार जीत दर्ज करते हुए स्वर्ण पदक की ओर कदम बढ़ाया। डी. गुकेश, अर्जुन एरिगैसी, और आर. प्रग्गनानधा ने अंतिम राउंड में अपने-अपने मैच जीते और टीम को ऐतिहासिक विजय दिलाई। डी. गुकेश ने व्लादिमीर फेडोसेव को जबरदस्त रणनीतिक प्रदर्शन के साथ हराया। अर्जुन एरिगैसी ने केन्द्र काउंटर डिफेंस गेम के साथ जान सुभेल को हराया। आर. प्रग्गनानधा ने अंतोन डेमचेंको को पराजित करते हुए भारत को 3-0 की विजयी बढ़त दिलाई।

महिलाओं की टीम की वन साइडेड जीत

महिला टीम ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अज़रबैजान को 3.5-0.5 से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया। इस जीत के साथ ही भारतीय महिला टीम ने अपने पहले शतरंज ओलंपियाड स्वर्ण पदक को हासिल किया। यह जीत भारतीय शतरंज के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि इससे पहले किसी भी ओलंपियाड में भारतीय महिला टीम ने स्वर्ण पदक नहीं जीता था। इन दोनों टीमों की विजय ने भारत को शतरंज की दुनिया में एक प्रमुख दावेदार के रूप में स्थापित किया है।

पिछली उपलब्धियां

भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले 2014 और 2022 में दो बार कांस्य पदक जीते थे। 2022 संस्करण में भारतीय महिला टीम ने भी कांस्य पदक जीता था। लेकिन इस बार की जीत ने भारतीय शतरंज को एक नयी ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। खिलाड़ियों ने न सिर्फ अपनी कुशलता का प्रदर्शन किया बल्कि पूरे देश का गर्व बढ़ाया।

खिलाड़ियों की भूमिका

खिलाड़ियों की भूमिका

डी. गुकेश, अर्जुन एरिगैसी और आर. प्रग्गनानधा ने ओपन कैटेगरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विश्व चैम्पियनशिप के चैलेंजर डी. गुकेश और अर्जुन एरिगैसी ने महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। गुकेश ने व्लादिमीर फेडोसेव को हराकर एक शानदार रणनीतिक प्रदर्शन किया, जबकि अर्जुन एरिगैसी ने जान सुभेल को केन्द्र काउंटर डिफेंस गेम के साथ हराया।

भविष्य की उम्मीदें

यह जीत भारतीय शतरंज के लिए नई संभावनाएं खोलती है। इससे ना केवल नवोदित खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी बल्कि पूरे देश में शतरंज के प्रति रुचि भी बढ़ेगी। भारतीय खिलाड़ियों की यह जीत उनके कठिन परिश्रम और समर्पण का परिणाम है, और यह भविष्य में और अधिक सफलताओं का संकेत देती है।

महिला टीम की ये शानदार जीत यह संकेत देती है कि भविष्य में भारतीय महिलाएं भी शतरंज में अपनी पहचान बना सकती हैं।

शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीमों की यह सफलता एक बड़ा मोड़ साबित हो सकती है और यह टीमों को और भी बढ़िया प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

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