वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल का उद्देश्य न केवल बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करना है, बल्कि उनके माता-पिता और अभिभावकों की भी मदद करना है। इस योजना का नाम 'एनपीएस वात्सल्य' रखा गया है और इसे 2024 के केंद्रीय बजट में शामिल किया गया है।
एनपीएस वात्सल्य योजना में निवेश के लिए कई लचीले विकल्प उपलब्ध हैं। इस योजना के तहत न्यूनतम वार्षिक निवेश केवल 1,000 रुपये से शुरू होता है, जिससे यह विभिन्न आर्थिक पृष्ठभूमियों वाले परिवारों के लिए भी सुलभ है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह बच्चों को उनके बचपन से ही बचत की एक अच्छी आदत विकसित करने में मदद करेगा।
इस योजना के तहत माता-पिता और अभिभावक अपने बच्चों के लिए एक पेंशन खाता खोल सकते हैं। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होगा, यह खाता भी बढ़ता जाएगा और बच्चे के 18 साल का होने पर इसे एक नियमित नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) खाता में परिवर्तित किया जा सकेगा।
एनपीएस वात्सल्य योजना का औपचारिक लॉन्च 18 सितंबर 2024 को किया जाएगा। इस मौके पर एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी शुरू किया जाएगा जहाँ पर सबस्क्रिप्शन किया जा सकता है। इसके साथ ही एक ब्रॉशर भी जारी किया जाएगा जिसमें योजना के सभी विवरण होंगे। नए नाबालिग सब्सक्राइबर्स को परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (PRAN) कार्ड्स भी वितरित किए जाएंगे।
लॉन्च इवेंट का आयोजन देशभर के लगभग 75 स्थानों पर किया जाएगा और अन्य स्थानों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जोड़ा जाएगा। यह योजना पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के तहत प्रबंधित की जाएगी।
यह योजना बच्चों के वित्तीय भविष्य के प्रति माता-पिता की चिंता को कम करेगी। एनपीएस वात्सल्य योजना में निवेश से बच्चों का भविष्य सुरक्षित होगा और वे अपने जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण चरणों में वित्तीय स्वतंत्रता का आनंद ले सकेंगे। इस योजना में चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ मिलेगा जो लंबी अवधि में धन के संग्रहण में सहायक होगा।
एनपीएस वात्सल्य योजना की शुरुआत के साथ, भारतीय पेंशन प्रणाली में एक नया अध्याय जुड़ने वाला है। इससे न केवल वित्तीय जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि बच्चों को भी भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जा सकेगा। यह पहल देश की समृद्धि और विकास की दिशा में एक बड़ी छलांग होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की इस योजना ने कई परिवारों को उम्मीद और उत्साह की नई किरण दी है। एनपीएस वात्सल्य योजना बच्चों के वित्तीय सुरक्षा के प्रति उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है जो उन्हें आने वाले समय में वित्तीय तौर पर आत्मनिर्भर बना सकेगा।
कुल मिलाकर, एनपीएस वात्सल्य योजना का लॉन्च भारतीय समाज में पेंशन प्रणाली की आवश्यकता और महत्व को पुनः स्थापित करता है। यह योजना न केवल बच्चों की बचत की आदत को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि उन्हें जीवन भर की अध्याय बानाने में भी सहयोग करेगी। इस पहल से आने वाली पीढ़ियों के लिए एक ठोस वित्तीय आधार तैयार किया जा सकेगा जो देश की आर्थिक स्थिरता और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
8 टिप्पणि
sandeep anu
18 सितंबर, 2024ये तो बहुत बढ़िया बात है! मैंने अपने बेटे के नाम पर एनपीएस वात्सल्य खाता खोल दिया है। अब उसकी बचत बड़ी हो जाएगी और वो बिना डर के अपना भविष्य बना सकेगा। बस इतना चाहिए कि सरकार इसे आगे बढ़ाए और गाँवों तक पहुँचाए।
Shreya Ghimire
20 सितंबर, 2024इस योजना के पीछे क्या सच्चाई है? देखो न, ये सब बस एक धोखा है जिससे हमारे पैसे निकाले जा रहे हैं। जब बच्चा 18 साल का होगा तो क्या सरकार वाकई उसे पूरा पैसा देगी? नहीं, वो तो इसे अन्य योजनाओं में डाल देगी। ये तो पेंशन फंड का एक नया तरीका है जिससे हमारे बच्चों का भविष्य बेच दिया जा रहा है। और फिर ये कहते हैं 'वित्तीय सुरक्षा'! ये सब बस एक लालच का नाटक है।
Prasanna Pattankar
21 सितंबर, 2024अरे भाई, ये योजना किसके लिए है? जिनके पास 1000 रुपये हैं वो बच्चे के नाम पर डाल देंगे... और जिनके पास 1000 रुपये भी नहीं हैं, वो क्या? बच्चे को भूखा रखेंगे? ये सब बस एक फैंसी नाम लगाकर जनता को धोखा देने का तरीका है। और फिर चक्रवृद्धि ब्याज की बात करते हैं? अगर ब्याज 5% है तो 18 साल में 1000 रुपये का 2000 रुपये हो जाएगा? और फिर बच्चा जब बड़ा होगा तो उसे रोज 200 रुपये मिलेंगे? हाँ, और इंफ्लेशन तो कहाँ है? ये सब बस एक जाल है जिसमें गरीबों को फंसाया जा रहा है।
Bhupender Gour
22 सितंबर, 2024yrr ye plan toh bahut accha hai bas thoda awareness badhao sabko batao ki kaise kare subscribe ye toh bas ek click ka kaam hai koi bhi bhaiya ya behen ye nahi samjhega toh kya karega
sri yadav
24 सितंबर, 2024अरे ये सब तो बहुत साधारण बात है। मैंने तो अपने बच्चे के लिए एक निजी ट्रस्ट बनवा दिया है, जिसमें ब्याज 12% है और ये सब नियम तो बस एक रूटीन है। ये योजना तो बहुत बुनियादी है। आप जानते हैं कि जर्मनी में बच्चों के लिए एक अलग प्रकार का बचत खाता है जिसमें सरकार 20% तक मैच करती है? यहाँ तो बस 1000 रुपये का शुरुआती बिंदु है। ये तो एक बच्चे के लिए एक टॉफी का दाम है।
Pushpendra Tripathi
25 सितंबर, 2024ये सब बस एक नया तरीका है जिससे गरीब परिवारों को अपने बच्चों के नाम पर दबाव डाला जा रहा है। आपके पास 1000 रुपये हैं? तो बच्चे के नाम पर डाल दो। अगर नहीं हैं? तो तुम गरीब हो। ये योजना बच्चों के लिए नहीं, बल्कि सरकार के लिए है। ये खाते जब बड़े होंगे, तो वो पैसे बैंकों और निवेश कंपनियों के पास जाएंगे। और आपका बच्चा? वो फिर भी एक रोजगार की तलाश में होगा। ये सब बस एक बड़ा धोखा है।
Indra Mi'Raj
27 सितंबर, 2024maine apne bete ke liye isme subscribe kar diya hai aur sach bolo toh maine kabhi socha hi nahi tha ki main apne bachche ke liye kuch bhi save kar sakta hun. ab ye ek nayi ummeed hai. maine apne bhai ko bhi bataya aur wo bhi abhi karne wala hai. koi bhi bachcha jo apne parents ke saath isme shamil ho jaye toh uski zindagi mein ek badi nayi shuruaat hogi
Harsh Malpani
28 सितंबर, 2024ye toh bahut accha hai yaar main bhi abhi kar raha hun apne beti ke liye. abhi toh 1000 rupaye hi lag raha hun par baad mein badhata rahunga. ek din ye paisa uske liye bahut kaam aayega. sabko bolo ye plan try karo