मनीषा भाकर और सरबजीत सिंह की अद्वितीय उपलब्धि
भारतीय निशानेबाज मनीषा भाकर और सरबजीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में अद्भुत प्रदर्शन किया है। इस जोड़ी ने भारतीय एंकाउंटर में ब्रोंज मेडल के लिए क्वालीफाई करते हुए कुल 580 पॉइंट्स जुटाए। इस महत्वपूर्ण प्रदर्शन ने एक बार फिर भारत को वैश्विक स्तर पर ख्याति दिलाई है।
क्वालीफिकेशन राउंड में सफलता
क्वालीफिकेशन राउंड में, मनीषा और सरबजीत ने मिलकर 580-20x पॉइंट्स हासिल किए और तीसरे स्थान पर रहे। इस स्थान के आधार पर, वे अब ब्रोंज मेडल के लिए साउथ कोरिया से मुकाबला करेंगे। क्वालीफिकेशन राउंड में हर टीम के सदस्य को 30 शॉट्स 30 मिनट में मारने थे। इस राउंड में शीर्ष चार टीमों को मेडल राउंड में प्रवेश मिला।
प्रतियोगिता की महत्वपूर्ण बाते
इस प्रतियोगिता में मनीषा और सरबजीत की जोड़ी ने बेजोड़ संतुलन और सामंजस्य दिखाया। उनकी मेहनत और तालमेल ने भारतीय निशानेबाजी को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया है। ये न केवल उनके कौशल का प्रदर्शन था बल्कि उनके धैर्य और समर्पण का भी प्रमाण था।
अन्य भारतीय टीम का प्रदर्शन
दूसरी ओर, दूसरे भारतीय टीम जिसमें रिदम सांगवान और अर्जुन सिंह चीमा थे, ने 10 वें स्थान पर फिनिश किया, जो उन्हें मेडल राउंड में प्रवेश पाने से चूक गए। किन्तु उनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका रही ओर उन्हें भविष्य के लिए और मेहनत करने का अवसर है।
मनीषा भाकर की व्यक्तिगत सफलता
पेरिस ओलंपिक 2024 में यह मनीषा भाकर की दूसरी बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले मनीषा ने महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए ब्रोंज मेडल जीता था, जिसमें उन्होंने 221.7 पॉइंट्स हासिल किए थे। मनीषा ने कहा, 'भारत को और अधिक मेडल्स की जरूरत है और मैं बहुत खुश हूं कि मैंने देश के लिए एक और मेडल जीता।'
आने वाले मैच की तैयारी
अब साउथ कोरिया के खिलाफ ब्रोंज मेडल मैच के लिए मनीषा और सरबजीत पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ तैयारी कर रहे हैं। उनके इस अद्वितीय प्रदर्शन ने भारतीय खेल प्रेमियों की उम्मीदों को और भी बढ़ा दिया है। उनके इस प्रयास में सफलता की संभावना भी बढ़ गई है।
भावी उम्मीदें
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारतीय निशानेबाजी की यह बड़ी उपलब्धि आने वाले खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत है। मनीषा भाकर और सरबजीत सिंह का यह सफर निश्चित रूप से उन्हें और उच्च स्थानों पर पहुंचाएगा और भारत के नायाब भविष्य के लिए नई उम्मीदें जगा रहा है।
6 टिप्पणि
Sreeanta Chakraborty
31 जुलाई, 2024इस ब्रोंज मेडल के पीछे कोई विदेशी साजिश है। अमेरिका और चीन ने इस मैच को जानबूझकर खराब किया ताकि भारत को ब्रोंज मिल जाए और हम खुश हो जाएं। लेकिन हम जाग गए हैं। ये सब एक बड़ा धोखा है।
Vijendra Tripathi
1 अगस्त, 2024वाह भाई ये तो बड़ी बात है। मनीषा और सरबजीत ने अच्छा किया। मैंने भी अपने बेटे को निशानेबाजी सिखानी शुरू कर दी है। अब वो रोज 50 शॉट्स मारता है। बस थोड़ा धैर्य रखना है। जल्दी मत जाओ धीरे धीरे।
ankit singh
1 अगस्त, 2024580 पॉइंट्स बहुत अच्छा है। दूसरी टीम का भी अच्छा प्रदर्शन था। ये खिलाड़ी अच्छे हैं। अब ब्रोंज मेडल के लिए फोकस रखना है। साउथ कोरिया के खिलाफ ठीक से शूट करना होगा।
Pratiksha Das
3 अगस्त, 2024मनीषा तो बहुत सुंदर है ना और सरबजीत भी अच्छा लग रहा है उनकी आंखों में क्या बात है क्या वो दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं क्या वो शादी करेंगे बताओ मुझे बताओ
ajay vishwakarma
5 अगस्त, 2024इस जोड़ी का सामंजस्य अद्भुत है। निशानेबाजी में टीमवर्क सबसे जरूरी है। इन्होंने दिखा दिया कि भारत के खिलाड़ी अब दुनिया के सामने खड़े हो सकते हैं। इसके बाद और भी बहुत सारे खिलाड़ी निकलेंगे।
devika daftardar
6 अगस्त, 2024एक गोली में देश की उम्मीदें बंध जाती हैं। ये मेडल सिर्फ एक धातु नहीं बल्कि एक आत्मा का प्रतीक है। हम लोग बहुत जल्दी नतीजे देखना चाहते हैं लेकिन असली जीत तो उस रात की चुप्पी में है जब वो खिलाड़ी अकेले ट्रेनिंग गेम में शूट करते हैं।