भारतीय टेलीकॉम उद्योग में प्रतिस्पर्धा भले ही तेज हो, लेकिन प्रमुख ऑपरेटर एयरटेल और जियो ने अपनी पोस्टपेड योजनाओं की दरें बढ़ा दी हैं। यह परिवर्तन 3 जुलाई, 2024 से प्रभावी होगा। उपभोक्ताओं के लिए यह जानना जरूरी है कि यह बढ़ोतरी उनके मासिक खर्चों को कैसे प्रभावित करेगी और किन सुविधाओं में बदलाव आएगा।
जियो के ग्राहकों के लिए यह खबर मिलीजुली प्रतिक्रिया ला सकती है। जियो ने अपने एंट्री-लेवल पोस्टपेड प्लान की कीमत 299 रुपये से बढ़ाकर 349 रुपये कर दी है। इस प्लान में अब यूजर्स को 30GB डेटा रोल-ओवर के साथ मिलेगा और अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा पहले की तरह रहती है। वहीं, जो ग्राहक अधिक डेटा की मांग करते हैं, उनके लिए 75GB का प्लान अब 399 रुपये की जगह 449 रुपये का होगा।
यह इजाफा सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। बड़ी फेमिलीज के लिए, जिन्होंने 105GB डेटा वाले प्लान का चुनाव किया है, उन्हें अब 599 रुपये की बजाय 699 रुपये चुकाने होंगे। और चार कनेक्शनों वाले सबसे उच्च फेमिली प्लान की कीमत 999 रुपये से बढ़ाकर 1199 रुपये कर दी गई है, जिसमें 190GB डेटा मिलता है।
एयरटेल ने भी अपनी पोस्टपेड योजनाओं की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की है। जो उपयोगकर्ता बेस प्लान का उपयोग कर रहे थे, उन्हें अब 399 रुपये की बजाय 449 रुपये चुकाने होंगे, जिसमें 40GB डेटा रोल-ओवर के साथ आता है। अगले स्तर का प्लान, जो 75GB डेटा प्रदान करता है, अब 499 रुपये से बढ़कर 549 रुपये का हो गया है। यह बदलाव न केवल कीमतों में बढ़ोतरी का संकेत देता है, बल्कि डेटा उपयोग की बढ़ती मांग को भी दर्शाता है।
परिवारों के लिए भी एयरटेल ने अपनी सुविधाओं में बदलाव किया है। दो कनेक्शनों के साथ 105GB डेटा प्लान की कीमत अब 699 रुपये होगी जबकि पहले यह 599 रुपये थी। और चार कनेक्शनों वाले सबसे उच्च फेयमिली प्लान के लिए उपयोगकर्ताओं को अब 999 रुपये की बजाय 1199 रुपये खर्च करने होंगे, जिसमें 190GB डेटा मिलता है।
इन नई टैरिफ योजनाओं का मतलब यह है कि उपभोक्ताओं को अब अपने मासिक बजट में बदलाव करना होगा। हालांकि टेलीकॉम कंपनियां हमेशा नई सुविधाओं और सेवाओं के साथ अपने ग्राहकों को आकर्षित करने का प्रयास करती हैं, लेकिन कीमतों में बढ़ोतरी उपभोक्ताओं की जेब पर प्रभाव डाल सकती है।
टेलीकॉम इंडस्ट्री में यह बदलाव महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पता चलता है कि बढ़ती डेटा उपयोग की मांग के साथ-साथ ऑपरेटरों को अपने नेटवर्क को बनाए रखने और सुधारने के लिए भी अधिक राशि की आवश्यकता होती है। परंतु इसके साथ ही, उपभोक्ताओं को इस बात का ध्यान रखना होगा कि वे किस योजना का चुनाव करें जिससे उनकी ज़रूरतें सबसे अच्छी तरह से पूरी होती हैं।
आने वाले महीनों में यह देखना रोचक होगा कि ये दरें भारतीय बाजार में किस प्रकार तहलका मचाएंगी और उपभोक्ता इससे कैसे सामंजस्य बैठाएंगे।
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