DLS मेथड: बारिश के बाद क्रिकेट स्कोर का आसान तरीका
क्रिकेट में कभी‑कभी मौसम अचानक बदल जाता है, बारिश आ जाती है या प्रकाश खराब हो जाता है। ऐसे में मैच को रोकना पड़ता है और फिर से शुरू करना मुश्किल हो जाता है। यही वह जगह है जहाँ DLS मेथड काम आता है। यह नियम बताता है कि जब ओवर कम हों तो टीमों के लिए लक्ष्य कैसे तय किया जाए, ताकि खेल का संतुलन बना रहे।
DLS मेथड की मूल बातें
सबसे पहले समझिए कि DLS का पूरा नाम डकवर्थ‑लेविस‑स्टरन है। यह तीन विशेषज्ञों ने मिलकर बनाया था, और बाद में इसे अपडेट किया गया ताकि आधुनिक खेल के साथ फिट रहे। जब कोई टीम को कम ओवर मिलते हैं, तो इस मेथड से उनका रन रेट (रन प्रति ओवर) और उपलब्ध संसाधन (विकेट) को ध्यान में रख कर नया लक्ष्य निकाला जाता है।
उदाहरण के तौर पर अगर पहली टीम 250 रन बनाती है 50 ओवर में, लेकिन दूसरी टीम को सिर्फ 30 ओवर मिलते हैं, तो DLS यह गणना करेगा कि नई परिस्थिति में कितना स्कोर होना चाहिए ताकि दोनों की जीत‑हार बराबर हो। इस प्रक्रिया में दो चीज़ें अहम होती हैं: बॉलों का शेष प्रतिशत और विकेट गिरने की संभावना।
कैसे काम करता है DLS मेथड?
जब मैच रुकता है, तो रेफरी या स्कोरबोर्ड पर "रेन इंटर्वल" दिखता है। फिर दोनों टीमों के कोच और विश्लेषक एक कंप्यूटर प्रोग्राम में डेटा डालते हैं – जैसे कि पहले inning का स्कोर, बचे हुए ओवर, और अभी तक गिराए गए विकेट। प्रोग्राम तुरंत नया लक्ष्य बताता है। अगर दो‑तीन ओवर बाद बारिश रुकती है, तो वही प्रक्रिया दोहराई जाती है, ताकि हर बार अपडेटेड टारगेट मिल सके।
ध्यान रखिए कि DLS सिर्फ एक गणितीय मॉडल है, इसलिए कभी‑कभी इसे लेकर विवाद भी होते हैं। लोग कहते हैं कि कुछ मैचों में लक्ष्य बहुत ऊँचा या बहुत कम लग सकता है। फिर भी यह सबसे भरोसेमंद तरीका माना जाता है, क्योंकि यह हर स्थितियों को समान रूप से देखता है।
एक और बात जो अक्सर पूछी जाती है – क्या DLS मेथड सिर्फ अंतरराष्ट्रीय मैचों में ही इस्तेमाल होता है? नहीं, घरेलू लीग जैसे IPL या BCCI के टुर्नामेंट भी इस नियम का उपयोग करते हैं। इसलिए दर्शकों को यह समझना ज़रूरी है कि हर रेन‑इंटरवल में स्कोर कैसे बदलता है, ताकि खेल का रोमांच बना रहे।
अगर आप क्रिकेट फैन हैं और मैच देखते समय DLS टारगेट सुनते हैं, तो तुरंत सोचिए – ये टीम को कितनी रन चाहिए, अगर उन्हें अभी कुछ ओवर बचे हैं और wickets भी घट रही हैं। यह समझने से आपको खेल की रणनीति का बेहतर अंदाज़ा होगा।
आखिरकार DLS मेथड का मकसद यही है कि बारिश या कोई बाहरी बाधा हो, फिर भी दोनों टीमों को बराबर मौके मिलें और विजेता का फैसला निष्पक्ष रहे। यह नियम क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक भरोसेमंद टूल बन गया है, जो मैच के तनाव को बढ़ाता है, न कि घटाता।