फ़र्जी बम धमकी क्या है और कैसे बचें?
आजकल सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स पर फ़र्जी बम धमकी बहुत बढ़ गई है। कोई आपके मोबाइल या ईमेल में संदेश भेजता है, जिसमें कहा जाता है कि एक बम लगने वाला है। अक्सर इसका मकसद लोगों को डराना, पैसों की माँग करना या राजनैतिक दबाव बनाना होता है। लेकिन ज़्यादातर मामलों में यह पूरी तरह झूठी होती है और इसके पीछे कोई वास्तविक खतरा नहीं रहता।
फ़र्जी बम धमकी की पहचान कैसे करें?
पहली बात, संदेश में बहुत सारे डराने वाले शब्द होते हैं – ‘तुरंत पैसे भेजो’, ‘कंपनी बंद होगी’ आदि। अक्सर ये संदेश अनजान नंबर या विदेशी कोड से आते हैं। दूसरा संकेत है कि लिंक या फ़ाइलें संलग्न हो सकती हैं; अगर आप नहीं जानते तो उन्हें खोलना बिल्कुल भी न करें। तीसरा, आधिकारिक संस्थाओं की वेबसाइट पर ऐसी कोई सूचना नहीं मिलती। इन तीन बिंदुओं को याद रख कर आप झूठी धमकी से खुद को बचा सकते हैं।
सुरक्षा के आसान कदम
अगर आपको फ़र्जी बम धमकी मिली है, तो सबसे पहले शांति बनाए रखें। फिर तुरंत अपने स्थानीय पुलिस थाने में रिपोर्ट करें या 112 पर कॉल करें। साथ ही, उस संदेश को सेव नहीं करके डिलीट कर दें और अगर कोई लिंक मिला हो तो उसे ब्लॉक करें। अपना मोबाइल एंटी‑वायरस अपडेट रखें और दो‑स्तरीय ऑथेंटिकेशन लगाएँ ताकि अकाउंट हैक न हो।कानून की बात करें तो भारतीय दंड संहिता के धारा 120B (दुर्भावनापूर्ण साजिश) और सूचना प्रौद्योगिकी एक्ट की धारा 66A (भ्रामक संदेश भेजना) लागू होते हैं। अगर आप इस तरह की धमकी को नजरअंदाज़ करेंगे, तो अपराधी को पकड़ने में मुश्किल हो सकती है। इसलिए रिपोर्टिंग जरूरी है।
सामान्य लोगों के लिए सबसे बड़ा बचाव यही है – जानकारी रखें और अफवाहों पर तुरंत विश्वास न करें। जब भी कोई अजीब संदेश आए, पहले उसकी सत्यता जाँचें, फिर आवश्यक कदम उठाएँ। इस तरह आप ना सिर्फ अपने आप को सुरक्षित रखेंगे बल्कि दूसरों को भी झूठी डर से बचा पाएंगे।
अंत में याद रखें: अगर कुछ बहुत ज़्यादा डराने वाला लगता है तो हमेशा दो बार सोचें, भरोसा करें और फिर कार्रवाई करें। आपका सतर्क रहना ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।