समुद्री सुरक्षा: क्यों जरूरी है और कैसे रखें आप खुद को बचाव?
समुंदर में रहना या काम करना रोमांचक लगता है, पर साथ ही कुछ जोखिम भी होते हैं। तूफ़ान, चोरी‑डाकू जहाज़ों की हरकतें, या साधारण तकनीकी खराबी से जीवन खतरे में पड़ सकता है। इसलिए समुद्री सुरक्षा सिर्फ सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नाविक, मछुआरा और समुद्र किनारे रहने वाले का कर्तव्य है।
भारत में प्रमुख समुद्री सुरक्षा उपाय
भारतीय नौसेना और तटस्थ (कोस्ट गार्ड) मिलकर समुंदर की निगरानी करते हैं। हर साल हजारों सैरनिंग वॉच, पायरेटरी क्षेत्रों में पैटरोल और जल सीमा पर ड्रोन इस्तेमाल किया जाता है। 2023‑24 में कोस्ट गार्ड ने 12 बार समुद्री चोरी वाले जहाज़ों को रोका और कई अज्ञात डिवाइसेस को निष्क्रिय कर दिया। ये आँकड़े दिखाते हैं कि सरकारी एजेंसियां सक्रिय हैं, लेकिन व्यक्तिगत सतर्कता भी उतनी ही जरूरी है।
नौका चलाने वालों और मछुआरों के लिए आसान टिप्स
1. **अपना नाव रजिस्टर कराएँ** – राष्ट्रीय पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण से आपात स्थिति में जल्दी पहचान हो सकती है.
2. **सुरक्षा किट हमेशा रखें** – जीवन जैकेट, फायर एक्स्टिंगुशर, सिग्नल लाइट और प्राथमिक उपचार किट अनिवार्य हैं.
3. **मौसम की जाँच करें** – भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का ऐप या वेबसाइट से रीयल‑टाइम चेतावनी देखें.
4. **स्थानीय तटीय पुलिस से संपर्क रखें** – अगर आप खुले समुद्र में जाते हैं तो अपने यात्रा योजना को उनके साथ शेयर करें, मदद तुरंत मिल सकती है.
5. **नियंत्रित गति बनाएँ** – तेज़ी से चलाने पर नौका स्थिर नहीं रहती और दुर्घटना का जोखिम बढ़ता है.
मछुआरों के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिए कि रात में नाव चलाते समय लाइटें सही तरीके से जलें। अगर आप ड्रेसिंग एरिया या बंदरगाह से बाहर निकलते हैं, तो हमेशा दो‑तीन लोगों के साथ जाएँ और रडियो पर सतर्क रहें।
समुद्र किनारे रहने वाले लोग भी सुरक्षा में योगदान दे सकते हैं। समुद्री कचरा न फेंकेँ, क्योंकि यह जलजीवों को नुकसान पहुंचाता है और नौकाओं को बाधित कर सकता है। साथ ही अगर कोई अनजान या डूबता हुआ जहाज़ देखे तो तुरंत स्थानीय अधिकारियों को रिपोर्ट करें।
अगर आप यात्रा पर जा रहे हैं, तो पहले से अपना ट्रैवल इन्शुरेंस ले लें जिसमें समुद्री दुर्घटना कवर हो। कई बैंकों और बीमा कंपनियों ने अब विशेष पैकेज शुरू किए हैं जो नाविकों के लिए सस्ती दरें देते हैं।
अंत में याद रखें, सुरक्षा सिर्फ नियम नहीं, बल्कि एक आदत है। हर बार जब आप समुद्र की ओर कदम बढ़ाएँ, तो ये छोटी‑छोटी चीज़ें दोहराएँ – रजिस्टर कराएँ, किट साथ रखेँ, मौसम देखें और स्थानीय संपर्क बनाएँ। ऐसा करने से न केवल आपकी यात्रा सुरक्षित होगी, बल्कि पूरे देश की समुद्री सुरक्षा में आपका योगदान भी रहेगा.