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भाला फेंक क्या है? शुरुआती गाइड

अगर आप ट्रैक एंड फ़ील्ड में नए हैं तो भालाबाज़ी सबसे रोमांचक इवेंटों में से एक लग सकती है. इसमें खिलाड़ी हल्के धातु या कार्बन के भाले को जितना दूर हो सके फेंकता है. लेकिन सिर्फ ताकत ही काम नहीं करती, सही टेक्नीक और अभ्यास भी जरूरी हैं. इस लेख में हम बुनियादी कदम, ट्रेनिंग टिप्स और भारत के टॉप खिलाड़ियों की बातें करेंगे, ताकि आप जल्दी से अपनी दूरी बढ़ा सकें.

भालाबाजी की बुनियादी तकनीक

पहला काम है सही ग्रिप. भाला को तीन फिंगर (इंडेक्स, मिडिल और रिंग) से पकड़ें, अंगूठे को नीचे रखकर एक हल्का लॉक बनाएं. घुटने थोड़ा मोड़ें और शरीर को आगे की ओर झुकाएँ. दो‑तीन कदम की रन‑अप के दौरान तेज़ी बढ़ाते हुए कूल्ड-डाउन पोजिशन में आएँ. जब आप फाइनल स्ट्राइड पर हों, तो हिप्स को खोलें, कमर को पीछे धकेलें और भाले को ऊपर से नीचे तक स्विंग करें. थ्रो के बाद पूरी बॉडी को आगे की ओर ले जाना चाहिए, ताकि बल पूरी तरह ट्रांसफ़र हो.

ध्यान रखें कि हर स्टेप में संतुलन बना रहे. अगर आप बहुत जल्दी या देर से फेंकते हैं तो दूरी घट सकती है. शुरुआती लोग अक्सर रन‑अप को ज्यादा लंबा कर देते हैं – इससे गति कम होती है और थ्रो कमजोर पड़ता है. एक बार 12–14 मीटर की दूरी पर आराम से अभ्यास करें, फिर धीरे‑धीरे रन‑अप बढ़ाएँ.

भारत में शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ी

भारत ने हाल के वर्षों में कई बेहतरीन भालाबाज़ निकाले हैं. नेशनल चैंपियनशिप में जीतने वाले निखिल कुमार, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली महेश वर्मा और ओलंपिक क्वालीफायर्स में लगातार नाम आने वाले जैनवेद सिंह के बारे में बात करना जरूरी है. इन खिलाड़ियों की ट्रेनिंग रूटीन अक्सर दो‑तीन बार रोज़ाना होती है: सुबह हल्का स्ट्रेच, फिर ग्रिप ड्रिल्स, बाद में वजन उठाने और अंत में फुल थ्रो प्रैक्टिस.

उनकी सफलता का राज सिर्फ जिम नहीं, बल्कि मानसिक तैयारी भी है. मैच से पहले विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक अपनाते हैं – आँखें बंद कर सोचते हैं कि भाला 90 मीटर तक कैसे जा रहा है. अगर आप इस तरह की साइकिलिंग को अपने रूटीन में जोड़ेंगे तो आपका फोकस बेहतर रहेगा.

अंत में कुछ आसान टिप्स:

  • हर प्रैक्टिस से पहले और बाद में 5‑10 मिनट स्ट्रेच करें, ताकि मांसपेशियां लचीली रहें.
  • वेट ट्रेनिंग में डेडलिफ्ट और पावर क्लीन को शामिल करें – ये थ्रो की शक्ति बढ़ाते हैं.
  • वीडियो एनालिसिस से अपनी फॉर्म देखिए, गलतियाँ तुरंत सुधारें.

भालाबाज़ी धैर्य और निरंतरता माँगती है. अगर आप रोज़ 30‑45 मिनट इस पर काम करेंगे तो दो‑तीन महीनों में खुद को बेहतर महसूस करेंगे. तो देर किस बात की? अपने जूते बांधिए, भाला उठाइए और मैदान में कदम रखें – जीत आपके पास ही होगी.

6 अग॰

नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक्स में 89.34 मीटर फेंककर भाला फेंक फाइनल में जगह बनाई

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नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक्स में 89.34 मीटर फेंककर भाला फेंक फाइनल में जगह बनाई

नीरज चोपड़ा, जो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं, ने पेरिस ओलंपिक्स में 89.34 मीटर भाला फेंककर फाइनल में जगह बनाई है। यह प्रदर्शन उनके करियर का अब तक का सबसे अच्छा वैश्विक चैम्पियनशिप फेंक है। उनका लक्ष्य पहले भारतीय बनना है जो व्यक्तिगत ओलंपिक इवेंट में दो स्वर्ण पदक जीत सके। फाइनल 8 अगस्त को तय है।

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