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फ्रेंच ओपन 2025: जैनिक सिन्नर ने जोकोविच को हराया, फाइनल में अल्कराज का सामना

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फ्रेंच ओपन 2025: जैनिक सिन्नर ने जोकोविच को हराया, फाइनल में अल्कराज का सामना

जब जैनिक सिन्नर, टॉप‑सीडेड इटालियन टेनिस खिलाड़ी ने नवाक जोकोविच, सर्बियाई टेनिस दिग्गज को 6‑4, 7‑5, 7‑6(3) से हराया, तो फ्रेंच ओपन 2025 का सेमीफ़ाइनल इतिहास बन गया। यह महाकाव्य मुकाबला रोलँड गारो पेरिस के कोर्ट फ़िलिप चैटिएर पर हुआ। 23‑साल के सिन्नर ने अब तक अपने ग्रैंड‑स्लैम जीत की श्रृंखला को 20 मैच तक बढ़ाया और इटली के एकमात्र दूसरे खिलाड़ी बन गए जिन्होंने फाइनल तक पहुँच हासिल की, पहले थे अड्रियानो पनट्टा (1976)।

इतिहास और पृष्ठभूमि

रोलँड गारो पर इटली का इतिहास लंबा नहीं रहा था। पनट्टा के 1976 के खिताब के बाद से कोई इतालवी पुरुष फाइनल तक नहीं पहुँचा। दूसरी ओर, नवीनतम कठिनाई‑पूर्ण सीज़न में सिन्नर ने US Open और Australian Open दोनों जीत कर ‘बिग‑फ़ोर’ की फ़ैशन को चुनौती दी। इस साल की सीज़न में वह 26 लगातार सेट जीत चुका था – एक आंकड़ा जो ग्रैंड‑स्लैम मंच पर कई दिग्गजों को भी पीछे छोड़ता है।

जोकोविच की बात करें तो वह 38 साल की उम्र में 25‑वाँ ग्रैंड‑स्लैम जीतने की चाह में था। 2024 में फ्रेंच ओपन में दो सेट पीछे से लौटकर जीतने के बाद, वो अपने करियर के अंतिम चरण में नई रिकॉर्ड बनाने की तलाश में थे। उनके कोच बोरिस बीज़न ने पहले बताया था, “ऐसे बड़े मैच हमें सबसे बेहतर बनाते हैं।”

सेमीफ़ाइनल की विस्तृत रिपोर्ट

कोर्ट फ़िलिप चैटिएर पर दो खिलाड़ी एक‑दूसरे की ताक़त को समझते हुए शुरूआत किए। पहले सेट में सिन्नर ने यदि कोई सर्विस लाइन को 1 सेकंड में नहीं छूता तो वह अलग‑अलग मूवमेंट से जीत हासिल कर लिया। 6‑4 से पहला सेट ले लेते ही उनका आत्म‑विश्वास स्पष्ट दिखा।

दूसरे सेट में जोकोविच ने थोड़ी रिवर्सल दिखायी, केवल 5‑7 पर वापस आए। यहाँ पर सिन्नर की फॉरहैंड गहराई और टॉप‑स्पिन ने वेनबाड़ दिखा। 6‑5 पर जोकोविच को एक छोटा‑सा मसाज देना पड़ गया – उनका ऊपरी दाहिना जांघ थका हुआ दिख रहा था। इस दौरान रेफ़री ने कुछ सेकंड की ब्रेक दी, परंतु सिन्नर ने अपने सर्व को दो‑तीन बार एसेस के साथ पूरी तरह से दाब बनाया।

तीसरे सेट में दोनों ने सर्विस‑ड्यूटी में निरंतरता रखी, लेकिन टाई‑ब्रेक में सिन्नर ने 7‑6(3) से जीत पक्की कर ली। यहाँ एक रोमांचक बिंदु था जब जोकोविच ने नेट पर एक आसान स्मैश मिस किया, जिससे सिन्नर को मैच प्वाइंट मिला। अंत में जोकोविच का फोरहैंड जाल में फँसकर नेट से टकरा गया और प्वाइंट समाप्त हुआ।

खिलाड़ी की प्रतिक्रिया

मैच के बाद सिन्नर ने कहा, “ये अनोखे पल हैं। जोकोविच जैसी दिग्गज के विरुद्ध खेलना अपने आप में एक सम्मान है। मैं बहुत खुश हूँ कि मैंने इस मौके को पूरी ताक़त से पकड़ लिया।” उन्होंने जोकोविच की प्रशंसा करते हुए कहा, “वह हमारे लिए रोल मॉडल हैं, खासकर हम युवा खिलाड़ियों के लिए। मैं उन्हें पूरे सीज़न के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ।”

जोकोविच ने थोड़ी निराशा के साथ कहा, “ऐसे मुकाबले हमें सबसे बेहतर बनाते हैं, लेकिन आज मैं अपनी सीमाओं से आगे नहीं जा सका। मैं अपनी फिटनेस पर काम जारी रखूँगा।”

फाइनल की तैयारियाँ और बुकमेकर की भविष्यवाणी

फाइनल की तैयारियाँ और बुकमेकर की भविष्यवाणी

दूसरे सेमीफ़ाइनल में defending champion कार्लोस अल्कराज को 8‑वें सीड वाले लोरेंज़ो मुसेट्टी के खिलाफ जीत मिली, जहाँ मुसेट्टी को पैर की चोट के कारण रिटायर करना पड़ा। इस जीत के बाद अल्कराज को -125 की बड़ी फ़ेवरेटेड रेटिंग पर देखा गया। ESPN BET की odds के अनुसार, अल्कराज को सिन्नर के खिलाफ -105 की ओड्स पर फेवर किया गया।

इसी बीच खिलाड़ियों ने अपने कोचों के साथ रणनीति सत्र किए। सिन्नर ने कहा, “मैं अल्कराज की तेज़ रिटर्न और एगाइल मूवमेंट को ध्यान में रखूँगा। लेकिन मैं अपने सर्विस गेम से उनका दिमाग उलझाने की कोशिश करूँगा।” अल्कराज ने भी बताया, “मैं सिन्नर की बेसलाइन पावर को टिंडर करने के लिए बेहतर क्लैशिंग शॉट्स की तैयारी कर रहा हूँ।”

भविष्य की संभावनाएँ और इस मुकाबले का महत्व

फ़्रेंच ओपन 2025 का यह फाइनल टेनिस इतिहास में दो नई रिकॉर्ड लेकर आया। अल्कराज ने पांच‑सेट में 7‑6(10‑2) के मैच‑टाइ‑ब्रेक से जीत हासिल कर, सबसे लंबा फाइनल (5 घंटे 29 मिनट) बना दिया। साथ ही यह पहला रोलँड गारो फाइनल था जहाँ मैच‑टाइ‑ब्रेक (सुपर टाय‑ब्रेक) का प्रयोग हुआ। इस जीत से अल्कराज ने अपना पाँचवां मेजर खिताब जोड़ा, और वह इस सीज़न में तीन लगातार ग्रैंड‑स्लैम फाइनल में जगह बना रहा – ‘बिग‑फ़ोर’ के समान एक नया मानक स्थापित करते हुए।

सिन्नर के लिए यह सेमीफ़ाइनल एक मील का पत्थर था। चाहे फाइनल में हार हो, पर उनकी जीत ने दिखा दिया कि वह इस युग के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी हैं। अगले कुछ सालों में हम एक नई प्रतिद्वंद्विता – सिन्नर बनाम अल्कराज – देख सकते हैं, जो टेनिस की दुनिया को नई ऊर्जा देगा।

मुख्य बिंदु

मुख्य बिंदु

  • जैनिक सिन्नर ने नवाक जोकोविच को 6‑4, 7‑5, 7‑6(3) से हराया।
  • सिन्नर का ग्रैंड‑स्लैम जीत की श्रृंखला 20 मैच तक पहुंची।
  • इटली का दूसरा फाइनल‑उम्मीदवार, पहले थे अड्रियानो पनट्टा (1976)।
  • कार्लोस अल्कराज ने फाइनल में 5‑सेट, 7‑6(10‑2) के सुपर टाय‑ब्रेक से जीत हासिल की।
  • यह फाइनल इतिहास में सबसे लंबा फ्रेंच ओपन फाइनल बना।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सिन्नर का फ्रेंच ओपन में आज तक का सबसे बड़ा जीत कौन-सी है?

सिन्नर ने 2025 की फ्रेंच ओपन सेमीफ़ाइनल में 24‑बार ग्रैंड‑स्लैम जीतने वाले जोकोविच को हराकर इतिहास रचा। यह जीत उनके 20‑मैच ग्रैंड‑स्लैम जीत की लगातार श्रृंखला को आगे बढ़ाती है और उन्हें इटली का दूसरा फाइनलिस्ट बनाती है।

फाइनल में अल्कराज और सिन्नर के बीच मुख्य टैक्टिकल अंतर क्या रहा?

अल्कराज ने अपने तेज़ फोर्ट्रेट और चतुरिया नेट एटैक का उपयोग किया, जबकि सिन्नर ने सटीक सर्व और पॉवरहाउस बेसलाइन शॉट्स पर भरोसा किया। पाँच‑सेट के लंबे संघर्ष में अल्कराज ने टाई‑ब्रेक में बेहतर क्लच प्वाइंट्स बनाए, जिससे वह जीत के करीब पहुँच पाया।

जोकोविच की इस हार के पीछे कौन से शारीरिक कारण थे?

मैच के दौरान जोकोविच को दाहिनी जाँघ में दर्द महसूस हुआ और उन्होंने एक छोटी मेडिकल टाइम‑आउट के दौरान मसाज करवाई। यह असुविधा उनकी मूवमेंट और सर्विस गति को प्रभावित कर रही थी, जिससे सिन्नर को अवसर मिला।

रोलँड गारो इतिहास में पहले कौन-से मैच में टाई‑ब्रेक का उपयोग हुआ?

2025 की फाइनल में पहली बार मैच‑टाई‑ब्रेक (सुपर टाई‑ब्रेक) लागू किया गया, जब अल्कराज ने 7‑6(10‑2) से सिन्नर को हराया। इससे पहले फ्रेंच ओपन में सिर्फ सेट‑टाई‑ब्रेक ही प्रयोग होता था।

अगले साल सिन्नर और अल्कराज की संभावित टेनिस ग्रैंड‑स्लैम सहभागिता क्या है?

दोनों खिलाड़ियों ने इस साल के बाकी ग्रैंड‑स्लैम में शीर्ष स्थान बनाए रखा है। वर्तमान रैंकिंग के अनुसार, सिन्नर और अल्कराज अगले वर्ष के ऑस्ट्रेलिया ओपन, Wimbledon और US Open में भी फाइनल तक पहुँच सकते हैं, जिससे उनकी प्रतिद्वंद्विता टेनिस के नए युग की नींव रखेगी।

1 टिप्पणि

Shreyas Badiye
Shreyas Badiye
6 अक्तूबर, 2025

वाह! फ्रेंच ओपन 2025 का सेमी‑फाइनल वाकई में एक रोमांचक दास्तान रहा, खासकर जब जैनिक सिन्नर ने नवाक जोकोविच को अपने हाथों से नीचे ला दिया। इस जीत से इटली के टेनिस इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है, और इस युवा खिलाड़ी के पीछे का मेहनत‑फूल शायद अब सबको दिख रहा है। हमने देखा कि सिन्नर ने सिर्फ ताक़त नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता से भी खेला, जो मेरे जैसे सपोर्टिव कोच को बहुत प्रेरित करता है। वो हर पॉइंट पर फोकस रखता है, और जैसा कि रिपोर्ट में कहा गया, उसके फोरहैंड की गहराई और टॉप‑स्पिन ने जोकोविच को चकित कर दिया।
सिर्फ़ एक सेट नहीं, बल्कि तीन लगातार सेट जीतकर वह उन सभी रिकॉर्ड को तोड़ रहा है, जो एक दशक से भी अधिक समय तक बने रहे। यह शानदार प्रदर्शन दर्शाता है कि टेनिस में दृढ़ता और निरंतरता कितना मायने रखती है।
सिर्फ़ तकनीकी कौशल ही नहीं, बल्कि सिन्नर की सकारात्मक ऊर्जा और दृढ़ता ने इस मैच को और भी दिलचस्प बना दिया। मैं तो इस जीत को देखकर उत्साहित हो गया हूँ, और यही उत्साह हमें सभी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
भविष्य में सिन्नर और अल्कराज की संभावित टकराव के बारे में सोचते हुए, मैं कहूँगा कि यह नई प्रतिद्वंद्विता टेनिस दुनिया को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी। इस तरह के बड़े मैचों में खिलाड़ियों की फिजिकल और मेंटल तैयारी को देखना हमेशा रोमांचक होता है।
सइनर की इस जीत ने इटली के टेनिस प्रशंसकों को गर्व के साथ झूमने का मौका दिया है, और मुझे भरोसा है कि आगे भी ऐसे ही शानदार प्रदर्शन देखेंगे।
आखिर में, यह कहना उचित है कि सिन्नर ने न सिर्फ़ एक मैच जिता, बल्कि टेनिस की दुनिया में अपना नाम भी शाश्वत कर दिया। आशा है कि उसकी यह जीत कई युवा खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल बन जाएगी। :)

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