खेल समाचार

जम्मू-कश्मीर चुनाव 2025 – सबको चाहिए क्या पता?

जम्मू‑कश्मीर में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और लोगों के बीच उत्सुकता बढ़ी हुई है। कई सालों बाद फिर से जनता को अपने प्रतिनिधियों का चयन करने का मौका मिलेगा, इसलिए हर एक वोटर को यह समझना ज़रूरी है कि क्या चीजें इस बार मुख्य भूमिका निभाएंगी।

मुख्य पार्टियों का परिदृश्य

जम्मू‑कश्मीर में दो बड़े स्थानीय दल हैं – राष्ट्रीय कांग्रेस (National Conference) और पन्ना दि मोतीर (PDP)। इनके अलावा केंद्र की भाजपा ने भी हाल के वर्षों में अपना असर दिखाया है। इस चुनाव में इन तीनों का खेल सबसे रोचक रहेगा।

राष्ट्रीय कांग्रेस अपने विकास एजेंडे, रोजगार सृजन और जल संसाधन पर ज़ोर दे रही है। पार्टी के नेता अक्सर कहते हैं कि प्रदेश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना प्राथमिकता है। दूसरी ओर PDP सुरक्षा, अधिकारों की रक्षा और स्थानीय स्वायत्तता को प्रमुख मुद्दा बना रहा है। भाजपा अपनी राष्ट्रीय स्तर की नीतियों जैसे डिजिटल इंडिया और सड़कों का विस्तार पर बल दे रही है, साथ ही सुरक्षा के सवाल को भी नहीं भूल रही।

इनके अलावा कुछ छोटे दल और स्वतंत्र उम्मीदवार भी हैं जो स्थानीय समस्याओं – शिक्षा, स्वास्थ्य और जल आपूर्ति – पर फोकस कर रहे हैं। इस वजह से वोटर को चुनावी घोषणा पढ़ते समय यह देखना चाहिए कि कौन‑सी पार्टी उनके इलाके की जरूरतों के सबसे करीब है।

वोटर के लिए जरूरी जानकारी

सबसे पहले, मतदाता सूची में अपना नाम चेक कर लें। अगर आपके पास एन्हांस्ड वोटर आईडी नहीं है तो जल्दी से अपने निकटतम चुनाव कार्यालय में जाकर अपडेट करवाएं। नई इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन (EVM) का इस्तेमाल हो रहा है, इसलिए बस अपना फोटो‑आईडी और पता प्रमाण ले जाना पर्याप्त होगा।

ऑफ़लाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा आप मोबाइल एप या वेबसाइट से भी अपनी पहचान की पुष्टि कर सकते हैं। यदि आपके पास कोई सवाल है तो चुनाव अधिकारी को कॉल करके मदद ले सकते हैं – वे आम तौर पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपलब्ध होते हैं।

जम्मू‑कश्मीर में कई क्षेत्रों में मौसम का असर हो सकता है, इसलिए मतदान के दिन अगर बर्फ या बारिश की भविष्यवाणी है तो स्थानीय समाचार चैनल से अपडेट लेते रहें। कुछ दूरदराज़ गांवों में मतदान केंद्र देर से खुल सकते हैं; ऐसी स्थिति में रजिस्ट्रेशन कार्ड ले कर जल्दी पहुंचना फायदेमंद रहेगा।

अंत में, वोट डालते समय अपने मन की बात को साफ़ रखें। अक्सर लोग परिवार या दोस्तों के दबाव में आकर अलग दिशा में वोट कर देते हैं। याद रखें कि आपका वोट सीधे आपके इलाके की विकास योजना को आकार देता है। इसलिए सोच‑समझ कर ही बटन दबाएँ।

जम्मू‑कश्मीर चुनाव सिर्फ एक राजनैतिक खेल नहीं, बल्कि हर नागरिक का अधिकार और ज़िम्मेदारी भी है। अगर आप सही जानकारी के साथ तैयार हैं तो आपका मतदान प्रक्रिया आसान और प्रभावी बनेगा। इस बार अपने वोट को गिनती में बदलें और प्रदेश की भविष्य की दिशा तय करने में भागीदारी करें।

21 अग॰

राम माधव और जी किशन रेड्डी को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा का प्रभारी नियुक्त किया गया

राजनीति

राम माधव और जी किशन रेड्डी को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा का प्रभारी नियुक्त किया गया

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने पूर्व राष्ट्रीय महासचिव राम माधव और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का प्रभारी बनाया है। इस निर्णय की घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने की। राम माधव का जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर से जुड़े मामलों में अनुभव को ध्यान में रखते हुए यह भूमिका सौंपी गई है।

आगे पढ़ें
回到顶部